Voh aur main ...

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वो खाली समय औरों को देता है,
मैं औरों के समय में से अपने लिए खाली बना लेती हूँ।
वो हंस के टाल देता है,
मैं पूरी ज़िन्दगी तक याद रख लेती हूँ।

मैं लिख लेती हूँ,
वो सुना देता है।
मैं नई चीज़ें सीख लेती हूँ,
वो पुरानी चीज़ें ही भुला देता है।

मैं हाथ उसका थाम लेती हूँ,
वो थोड़ा सा शर्माता है।
मैं अपनी मोहब्बत को शब्दों में डाल लेती हूँ,
पर वो अपने मुँह से बोल नहीं पाता है।

वो तोहफे देता है,
मैं रख लेती हूँ।
वो मेरी चिट्ठियों को बार-बार पढ़ लेता है,
मैं उसकी एक बार ही...।

वो शौक वाला है,
मैं काम वाली हूँ।
वो आराम वाला है,
मैं मेहनत वाली हूँ।

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