कौन है वो? कहाँ का है वो बावरा,
श्रीनगर, मुंबई, दिल्ली या फिर आगरा,
कहाँ का है, कैसा रूप है रे तेरा?
घुँघराले बाल और वो गोरा सा चेहरा?
या फिर है तो बहुत मूंछों वाला,
लंबा कद, काले बाल और रंग साँवला,
कौन है वो? कहाँ का मेरा छैला है?
जिसके लिए मेरे होठों पे हाँ है,
इतनी कविताएँ तुझसे मिले बिना,
अब सोच रे पगले अगर हमें साथ जीना,
तो होंगे उपन्यास तेरे लिए,
तेरी प्रेमिका, तुझे उन उपन्यासों में ढूँढ़ के ही जिए,
बता रे बावरा, कब मुझसे मिलेगा?
मुस्कुराएगा, या शांत स्वर में कुछ कहेगा?
इतने हैं सवाल तुझसे, उन सवालों को दूर कर,
कभी मेरे घर के नीचे से मेरा नाम बुलाया कर।