26 ★ लहू

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हमारे लहू को आदत है
सूली से बहने की
हम सिर्फ सहना जानते हैं
दर्द कितना भी भयावह क्यों न हो
हमारी हड्डियों में गुम जाता है
लहू फिर लेता है साँस
और
प्रेमगीत बन जाता है ।

★★★

धुंध(fiction) ©️जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें