भाग ७६

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जबरदस्त दावत ,

जा हम लोग आगे की ओर रहे थे पर बार बार में कल की रात की बात घूम रही थी , रीनू ने इनसे कहा था की खाना उनके साथ ही खायेगी , और वही हुआ जबरदस्त दावत ,

हांडी चिकेन ,

रोगन जोश ,

टोमैटो फिश ,

फ्राइड प्रान , मटन बिरयानी ,

कुछ भी वेज नहीं था , और सब कुछ इन्होंने ही ,

मैं दोनों जीजू को देख रही थी ,मुस्कराते हुए

और वो तारीफ़ की निगाह से मुझे ,

दोनों को मालुम था की 'ये ' तो लहसुन प्याज पे नाक भौं सिकोड़ने वाले और आज ,

उधर उनकी साली रीनू ,

पक्की सेटिंग होगयी थी दोनों में ,

खाना खाते होये भी दोनों में गुटरगूँ , वो उन्हें रोगन जोश की रेसिपी बता रहे थे ,

हम तीनो ,मैं ,अजय और कमल जीजू , तो वापस लिविंग रूम में आ गए ,

लेकिन रीनू उनके साथ ही रुक गयी , समेटने के लिए।

और अजय जीजू की निगाह शेल्फ पर रखी पिक्चर पर अटक गयी।

" वाउ ,क्या मस्त माल है , ... "

रुक कर अजय जीजू उसे देखने लगे।

और फिर कमल जीजू भी , ...

" यार एकदम फकेबल , है कौन ये साली ,पटाखा ,मिल जाए तो मैं छोडूंगा नहीं। "

मैं मुस्करा रही थी , दोनों की बेताब देख के।

मस्त माल

" वाउ ,क्या मस्त माल है , ... "

रुक कर अजय जीजू उसे देखने लगे।

और फिर कमल जीजू भी , ...

" यार एकदम फकेबल , है कौन ये साली ,पटाखा ,मिल जाए तो मैं छोडूंगा नहीं। "

मैं मुस्करा रही थी , दोनों की बेताब देख के।

खिलखिलाते मैं बोली ,

" वैसे तो रिश्ते में ये आप दोनों की बहन लगेगी , लेकिन बात ये सही है , है ये मस्त चुदवासी , और अभी तक कोरी। ढंग से ऊँगली भी नहीं लीला इसने , नाम है गुड्डी ,

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