राजमहल की सैर

1 0 0
                                    

अंततः वह दिन आया, जब तीनों रानियों ने मिलकर हमारी प्यारी छोटी रानी को पूरे महल की सैर करवाई। पूरा महल स्वयं में ही एक प्रकार से पूरा संसार था। पहले, हिमा ने पूरा रानी रहनस्थल देखा, जो महल के आधे पूर्वी दीवार से आधी उत्तरी दीवार तक फैला हुआ।

चारों कोनो में चारों रानियों के बड़े कक्ष थे, और रानियों के बड़े कक्ष के बगल में उनकी सेविकाओं के रहने और सोने के लिए भी कक्ष बनाया गया था, ताकि यदि किसी समय रानियों को आवश्यकता पड़ी, तो सेविकाओं को बुलाने में कोई दिक्कत न हो।

कक्ष के बाहर रानियों का अपना उद्यान था और उस पूरे रहनस्थल के बीच में एक बड़ा उद्यान था जहां बीच में ४ राजकीय कुर्सियां लगाई गई थी । सारी रानियां मिल कर वहां  वार्तालाप कर सकती थीं। सेविकाओं को उस बड़े उद्यान में बिना अपनी रानी के साथ जाने की अनुमति नहीं थी। रानियां उस बड़े उद्यान में कभी भी जा सकती थी और सेविकाएं केवल अपनी रानी के उद्यान में बिना किसी अनुमति के घूम सकती थीं।

सभी रानियों के पूरे कक्ष २ माले के हैं, जिनमें ऊपर के कक्ष में वह विश्राम करती हैं, और नीचे की ओर स्नानागार, शौचालय और रसोई भी थी। पूर्व दिशा की ओर तीसरी और चौथी रानी हिमा के कक्ष थे, और पश्चिम की ओर पहली और दूसरी रानी के कक्ष , और इन दोनों के कक्ष के बीच में था इस बड़े से रानी रहनस्थल का मुख्यद्वार।

हिमा रानीस्थल के बाद महल के उत्तरी पश्चिम भाग में स्थित उद्यान में अन्य रानियों के साथ पहली बार आई, जहां वह भाग कर २ बार आई थी। यहां सभी राजपरिवार के सदस्य आते हैं एक दूसरे से मिलने और बातचीत करने। बगीचे के पश्चिमी ओर स्थित है राजभोजनालय जहां सभी राजपरिवार के सदस्य एक साथ या अपने अतिथियों के संग भोजन करते हैं, और उस भोजनालय के पश्चिमी ओर राजस्वयंपाक। पूरे महल की सबसे बड़ी रसोई, २भाग में बटी हुई, एक भाग में राज सदस्यों के भोजन और दूसरे भाग में महल के सभी पहरेदारों, सेवकों, और सैनिकों के लिए भोजन बनता है।

छायांतर जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें