नौकरी की भाग-दौड़ और घर के कामों में ज़िंदगी ऐसी उलझी है कि दोस्तों के लिए तो दूर की बात, अपने लिए वक़्त निकालना मुश्किल है। मेरा सौभाग्य है कि ज़िंदगी ने कुछ अच्छे दोस्त मुझ को दिए। हर दोस्त मेरी ज़िंदगी में एक नया रंग लेकर आया। कुछ दोस्त अच्छी यादें देकर गए और कुछ बुरी, मगर हर एक अपनी अमिट छाप मेरे दिल पे छोड़ गया। इस संग्रह में शामिल हर रचना तो दोस्ती विषय पर आधारित नहीं है, मगर बहुत सी रचनाँए मेरे दोस्तों के साथ हुए वार्तालाप, नोक-झोंक, साथ देखी फ़िल्मों या गीतों से प्रेरित हैं, या फिर उस अच्छे समय में लिखी गईं जब मैं अपने दोस्तों के संपर्क में थी। कुछ तो सिर्फ़ चिढ़ाने के लिए की गई तुक-बंदी है, मगर आज मेरे लिए मेरे दोस्तों को याद करने का ज़रिया। आज Friendship Day पर यह मेरा दोस्तों को समर्पित तोहफ़ा, ख़ासकर D के लिए जिसका जन्मदिन भी अगस्त माह में आता है। तो क्या हुआ जो आज हमारे रास्ते अलग हैं और कोई बात-चीत नहीं है, मेरे ज़हन में हम आज भी दोस्त हैं, और हमेशा रहेंगे। साथ बिताए पल, हँसी, उन्माद कभी नहीं भूलेंगे।उम्र के इस पड़ाव पर आकर नए दोस्त बना भी लूँ मगर वह पुराने दोस्तों की जगह कभी ले पाएँगे। बचपन और जवानी में बनाए दोस्त हमेशा याद आएँगे।
Picture on the cover and inside book are taken from internet.