#shayari

1 1 0
                                    

क्या होगा अपना जख्म दिखाने से,

क्या होगा खुदका मजाक बनाने से,

लोग पागल ही तो कहेंगें आखिर तक,

क्या होगा मोहब्बत में फाँसी लगाने से...

                                -अंकित सिंह हर्ष

आप प्रकाशित भागों के अंत तक पहुँच चुके हैं।

⏰ पिछला अद्यतन: Dec 23, 2021 ⏰

नए भागों की सूचना पाने के लिए इस कहानी को अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें!

एक दास्ताँ इश्क़जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें