पिछले chapter में अपने पढ़ा अर्पिता एक सपना देखती है जिसमें एक लड़के को वो देखती है,और तभी अचानक से उसकी नींद खुल जाती है ।दिन में जब भी वो उस सपने के बारे में सोचती है तब कुछ ऐसा होता है कि वो सपनों से present situation में आ जाती है।अब आगे :
एक दिन अर्पिता बैठ कर facebook में friend requests और suggetions चेक कर रही थी ,तभी उसने एक लड़के की account को देख ,और वो कुछ देख पाती उस से पहले उसकी सबसे अच्छी दोस्त रंजीता का phone आया ।रंजीता से अर्पिता ने उस सपने के बारे में कहा ।तब रंजीता थोड़ी सरारती से बोली,"तुमने उसे सपने में ही पूछा क्यों नहीं की उसका नाम क्या है?क्या पता कि वो ही वो अर्पित हो जिसके बारे में तू सोच रही है 😝।"ऐसी बात सुन ने के बात अर्पिता ने सब बताया कि उसके साथ क्या क्या हुआ😅। ऐसी ही हसी मजाक करने के बाद रंजीता फोन रख देती है।अर्पिता भी फोन रख के पढ़ाई करने जाती है और उस suggetion वाले लड़के के बारे में भूल जाती है।हमेशा की तरह रात को खाना खाकर से जाती है,पर पता नहीं क्यों आज भी उस कुछ अजीब सा लगा ।अचानक से उसे सरोज की बात याद अयि ,उसके आंखे से आंसु निकले, लेकिन और कुछ भी ना सोच कर वो सो गई ।अचानक वो जाग गई ,उसने आज फिर से सपने में उस लड़के को देखा जिसे पिछली बार देखा था।आज थोड़ी अच्छे से देख पाई।वो लड़का दिखने में गोरा था,उसकी नाक भी सीधी थी ,थोड़ा थोड़ा beard रखा था उसने,थोड़े थोड़े मुछ भी थे, उसने black colour की सूट पहना था,उसके lips तो मानो जैसे गुलाब के गुलाबी रंग के थे,उसके घने बाल भी थे जिसमे उसने एक अच्छा hairstyle किया था जिसको देख के कोई भी लड़की फिदा हो जाएगी उस पर😝 और काली आंखे तो लाजवाब थी मानो जैसे कि ऐसी आंखे अर्पिता ने आज तक किसी की भी नहीं देखी होगी , सब तो ठीक था लेकिन थोड़ा पतला था अर्पिता से 😂। इतना सुन्दर चेहरा देख कर अर्पिता तो सपने में ही फिदा हो गई थी। उसने देखा वो लड़का आज एक गुलाब का फूल लेकर उसिकी तरफ आ रहा है और वो एक बगीचे में खड़ी है। अब आगे कुछ होता फिर से उसकी नींद खुल गई इस बार मा कि बजह से नहीं एक चिटी कि बाजाह से खुली।तब उसने देखा घड़ी में 4 बजे थे। वो बाथरुम गई और उसके बाद वापस आ के सो गई।जो लड़की एक बार सो जाती तो उसकी नींद ठीक 8 बजे खुलती थी अब उस सपने के बाद नींद तो मानो अच्छे से आती ही नहीं थी उसे। अगली सुबह उठ कर उसने रंजीता को फोन लगाया और अपने सपने के बारे में बताया।ये भी बताया कि एक ही इनसान अब तक उसके सपने में 2 बार आ चुका है।तब रंजीता ने फिर से मजाक में कहा कि सायाड़ यही लड़का वो है जिसकी इंतजार कर रही है अर्पिता ।तब दोनों हसने लगे ।अर्पिता ने कहा क्या वो लड़का सपनों से हकीकत में आके सादी करेगा उस से,या सपनों में ही सादी करलेगा😝?
ऐसी ही बातें करते करते रंजीता ने सरोज के बारे में कहा।उसने कहा कि सरोज और liza की सादी होने वाली है 2 साल बाद ।रंजीता ने कहा saroj graduation के बाद ही एक कंपनी में काम कर रहा है और साथ ही पढ़ाई भी कर रहा है,Liza और saroj सादी तो कर रहे हैं लेकिन Liza को Saroj की ये मामूली कंपनी में नौकरी पसंद नहीं है।वो Saroj को कहा रही है कि कोई बड़ी नौकरी करे लेकिन Saroj कहा रहा है कि वो ये नौकरी बस इसलिए कर रहा है ताकि उसकी फैमिली को थोड़ी help हो जाए उसकी पढ़ाई केलिए ।Saroj middle class family से था और liza भी।इसीलिए liza चाहती थी कि Saroज एक अच्छी नोकिरी करे और उनका फ्यूचर अच्छा हो जाए। Liza भी अपनी पढ़ाई continue कर रही थी ।वो सरोज से प्यार तो करती थी लेकिन उन दोनों के बीच कुछ भी ठीक नहीं चल रहा था Saroj की नौकरी को लेकर । Liza पढ़ाई में अच्छी तो थी लेकिन उसी पढ़ाई को लेकर उसके में में घमंड था ।वो खुद भी सरोज से अच्छा पढ़ती थी ,उसे लगा था कि Saroj भले ही उस से थोड़ा कम है पढ़ाई में लेकिन boys में से अच्छा है और वो भी future में एक अच्छा जॉब करेगा।लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ ।सरोज के घर में पैसों कि थोड़ी प्रॉब्लम चल रही थी इसीलिए उसने एक Job सुरु कर दी।उसने Liza से वादा भी किया था कि उसकी पढ़ाई खतम होने के बाद वो यह नौकरी छोड़ देगा,एक अच्छी नौकरी करेगा और Liza जब तक चाहेगी तब तक पढ़ाएगा ।लेकिन liza को तो Saroj के ऊपर भरोसा ही नहीं,वो तो सरोज की बात मान ने को तयार ही नहीं। अब उन दोनों के बीच कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है।Liza अब Saroj को बिना बताए ही Delhi चली गई है ।इस से सरोज और भी परेशान है।इतनी सारी बातें रंजीता से सुन ने के बाद अर्पिता को याद आया कि वो पिछली बार जब सरोज से मंदिर में मिली थी।उस दिन अर्पिता को मेहेसूस हुआ सरोज थोड़ा उदास लग रहा था भले ही Saroj ने उस से खुशी से बात की थी। यह बात इतनी ज़रूरी नहीं थी इसलिए अर्पिता ने किसीको नहीं बताया।अब पता चला उसे की सरोज क्यों उदास था।आज फिर से अर्पिता को लगा कि उसके दिल में अभी भी सरोज केलिए थोड़ी जगह कहीं ना कहीं है।भले ही ये एक तरफा था पर उस प्यार तो था ही Saroj से।ये प्यार भी ना कैसा है !जिसे आप चाहें उसकी मुस्कान के पीछे छिपी उदासी को आप ज़रूर महेसुस करोगे।ये सब सोचते सोचते कब फोन काट गया था अर्पिता को पता ही नहीं चला।तभी उसे एहेसास हुआ कि अब फोन पे कोई नहीं है रंजीता ने फोन काट दिया है।तब वो थोड़ी देर facebook चलती है । फिर से friend request और suggetions चेक करती है। अचानक से अर्पिता को एक shock लगता है।
अब अगली chapter में देखते हैं कि कैसी shock लगी अर्पिता को Electric shock या दिमाग में शॉक😜।