पिछले चाप्टर में हमने देखा कि अर्पित अर्पिता के घर अता है ।उन दोनों के बीच बात चित सुरु होती है अब देखते हैं आगे।
अर्पित ने अर्पिता को रसोई में जाने से रोक दिया और थोड़ी देर बातें करने को कहा।अब उन दोनों की बाते सुरु होने लगी।बातो ही बातो में अर्पिता को अर्पित बहुत अपना सा लगा ,उन दोनों के बीच बोजूत सारे चीज समे निकले।अब देखते हैं कि क्या क्या बाते की थी उन्होंने।
पहले अर्पिता ने कहा ,"बोलिए क्या बाते करेंगे?"अर्पित ने पहले इंट्रोडक्शन पूछा उसके बाद पढ़ाई के बारे में पूछा ,अर्पिता ने भी सब सही सही जवाब दे दिया। अब वो दोनो भी बाते करने में लग गए।उन दोनों के बीच बिहुट चीजे एक जैसे थी।नाम तो पहले से ही एक जैसा था अब पसंद ना पसंद भी थोड़ी थोड़ी मिलते थे एक दूसरे के।ऐसा नहीं कि हर पसंद ना पसंद एक जैसे थे।अर्पिता के कुछ पसंद अर्पित को पसंद नहीं था और अर्पित के भी ऐसे कुछ पसंद थे जो अर्पिता की नापसंद था।अब इन दोनों के बीच जब बात चल ही रही थी तो अनन्या ने सोचा कि वो कबाब में हड्डी ना बनेगी ,इसलिए वो वहां से चली गई पर अर्पित या अर्पिता किसीको भी पता नहीं चला।ये दोनों तो एक दूसरे में busy थे।
अब अनन्या जल्दी से आ के दादी को कहती है ," काम हो गया।हमने अर्पित और अर्पिता को मिलने की को मिशन की थी उसकी पहेली सीढ़ी आज हमने पर कर लिया ।" जी हां दादी ने जिस लड़के के बारे में अर्पित को कहा था वो कोई और नहीं अर्पित था।दादी ने इसलिए अर्पिता से सच नहीं बोला क्योंकि उन्हें लगता था कि अर्पिता फीर्स नाराज़ हो जाएगी।अब अर्पित कि मा यानी सुलोचना देवी ने कहा,"जिस दिन मैने अर्पिता को देखा था अनन्या के साथ इतनी हसीन बात करते हुए उसी दिन मुझे लगा था कि यही लड़की मेरे अर्पित केलिए सही है,पर में भी अर्पित को नहीं बताया क्योंकि वो तो बस लड़कियों में गलतियां निकलेगा,उसे भी अभी सादी नहीं करनी,पर हम कहां अभी इं दोनों की सादिंकरा रहे हैं।"ऐसी बात सुनकर सब चौंक गए।फिर से सुलोचना जी ने कहा ,"अरे नहीं ,अभी सादी नहीं करेंगे मतलब अभी हमे इन दोनों के में में एक दूसरे केलिए प्यार जागना है।"ऐसी बाते करके सारे हस्ट हैं।अब कुछ देर बात भी अनन्या जाके देखती है कि अर्पित और अर्पिता की बातें अब तक खतम नहीं हुई ,अब lumch time हो गया था तो अनन्या ने उंडोनो को खाने केलिए बुलाया।अब अर्पिता को भी ये भरोसा नहीं हुआ की उसने अर्पित से इतना time बाते की है। सरम से कुछ ना कह के वो अपने कमरे में चली गई। सभी ने उसकी सराम के पीछे असली वजह को समझ पर अर्पित समझ नहीं पाया। अब खाना खाने के बाद अनन्या, सुलोचना जी और अर्पित घर जाने केलिए निकले।अनन्या ने कहा कि वो अर्पिता से मिलने जाएगी तब अर्पित ने भी कहा कि वो भी मिलना चाहता है ।अब दोनों अर्पिता के कमरे में गए।तब अर्पिता कुछ लिख रही थी।अनन्या और अर्पित को देख के वो अचानक से चौंक गई।अब उन दोनों ने"bye"कहा कर वहां से निकलते वक़्त अर्पिता ने कहा," थोड़ी देर और रुक जाते , अच्छे से बात नहीं हुई आज अनन्या के साथ"।अनन्या ने धीमे से किसीको सुनाई ना देने जैसा कहा,"हां हां मेरा भाई तो हमेशा आपके पास ही रुकने वाला है अभी तो जाने दो।😜" अब दोनों उसके कमरे में जाते वक़्त अर्पिता ने मन ही मन में अर्पित को कहती है,"रुक जाओ ना थोड़ी डर और।" तभी अर्पित पीछे घूम कर पूछता है ,"अर्पिता!कुछ कहा तुमने?" अर्पिता ने हड़ बड़ते हुए "नहीं" कहा।अर्पित की मुंह से अपनी नाम पहली बार सुन के अर्पित को बोजूट अच्छा लग रहा था।ऐसा लग रहा था कि वो आसमान में उड़ रही है।अर्पिता तो रात भर अर्पित के बारे में सोच सोच के सोई भी नहीं अच्छी तरह।अर्पित की मुंह से उसका नाम उसे बार बार सुनाई दे रहा था। हाए!क्या एहेसह है।
अगली सुबह वो जब उठी उसने अपने मोबाइल में एक good morning का मेसेज देखा एक unknown number से। उसने उस नंबर को call किया जिसकी कॉलर तूने थी "do dil mil rahe hain magar chup ke chup ke"😜😜 ये गाना सुन ते ही अर्पिता आर्मा गई और अर्पित की खयालों में गुम हो गई।तभी उस तरफ से "hello" कहा उस इंसान ने ,पर ये अर्पिता वो गाना सुन कर अपने अर्पित कि खयालों में ही डूबी थी।जब इस तरफ से जवाब नहीं मिला उस इंसान ने फिर से "hello" कहा अब अर्पिता अपने ख़यालो से बाहर आई और उसने भी hello कहा।तब उस इंसान ने कहा कि वो अर्पित है ,अनन्या से उसने अर्पिता का number लिया।अब अर्पिता का दिल तो उड़ रहा था😝।उसे तो भरोसा ही नहीं हो रहा था कि अर्पित ने खुद उसे कॉल किया है।अब फिर से खयालों में डूब गई।अब अर्पित ने कहा,"अर्पिता! कहां खो गई हो यार तुम? कुछ बोलो भी,या फिर मेरा ऐसा फोन करना तुम्हे बुरा लगा?" अर्पिता ने जल्दी से कहा," अरे ! नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं,by the way Good morning,क्या कर रहे हैं आप अभी?" अर्पित ने कहा ,"कुछ नहीं बस अभी महके आया ,और तुम?"
"जी में तो अभी अभी उठी हूं।"अर्पित ने कहा,"अभी! अभी तो 8 बज गए हैं,क्या तुम हमेशा इसी वक़्त उठ ती हो?"अनजाने में ही अर्पिता ने सच्चाई बोल दी कि वो देर से उठ ती है 😝।अर्पित ने और कुछ नहीं कहा ।अर्पिता ने फिर से पूछा "अपने नाश्ता किया?"अर्पित ने "हां" कहा और कहा ,"चलो अब रखता हूं फोन मुझे थोड़ा काम है"और फोन काट दिया ।अर्पिता ने सोचा कि अगर इतनी ही बात करनी यही तो फोन क्यों किया 😒। अब वो भी नहा कर नाश्ता करने जाती है।नाश्ते के समय उसे याद आता है कि दादी ने कहा था कि कोई लड़का आने वाला था उसे देखने पर वो आया नहीं।अर्पिता ने इसके बारे में दादी से पूछा।दादी ने बहाने बनाए क्योंकि वो लड़का तो आया ही था पर उस लड़के को खुद ही पता नहीं था कि वो अपनी होने वाली दुल्हन से मिलने जा रहा है।अब दादी ने बहाने बना कर अर्पिता को कहा दिया की ,"अरे वो लड़का मुझे पसंद नहीं आया तो मैने माना कर दिया।" अर्पिता हैरान हो गई एसे कैसे माना कर दिया ।खेर जो हुआ अच्छा हुआ।
उस तरफ अर्पित की मा भी उसे समझाने लगी थी कि वो सादी केलिए राज़ी हो जाए और वो कहती हैं कि उन्होंने लड़की को भी देख लिया है।अर्पित पूछता है कि को है वो लड़की।तब उसकी मा अर्पिता का नाम लेती है।अर्पित चौंक जाता है और कहता है,"क्या? अपने उसे चुना मेरे लिए,मा आपको पता है ना वो लड़की बिल्कुल बच्चो जैसी है,उसकी बाते सुनी है आपने कभी,बिल्कुल बच्चो जैसी ऊपर से वो मोटी है,वो मेरे लिए एक अच्छी दोस्त बन सकती है पर एइसो बचपना हारकर करने वाली लड़की को में अपनी पत्नी नहीं बना सकता मा,और पता है आपको वो सुबह जल्दी तक नहीं उठती 8 बजे उठ ती है और मुझे ज्यादा देर तक सोना पसंद नहीं,मेने उस से थोड़ी देर बात क्या कर की आप तो..."अर्पित की मा उसे समझती है,"देख मेरा मन कहा रहा है कि वही लड़की तेरे लिए सही होगी,वो धीरे धीरे तेरे हिसाब से बदल जाएगी।अच्छा कहीं ऐसा तो नहीं कि तू किसी और से.."अर्पित कहता है"नहीं मा ऐसा नहीं है,आज तक मैने किसी भी लड़की को ऐसी सोच रख के देखा ही नहीं ,सबको दोस्त माना है।" तभी अर्पित कि मा कहती है,"सबको दोस्त माना है ,मतलब तू सबको बस दोस्त ही मानता रहेगा ज़िन्दगी में कभी किसी को पसंद भी करके देख,अच्छा ठीक है अगर अर्पिता नहीं तो और कोई तेरे दोस्तों के बीच सही है तेरे लिए?"अर्पित मना करता है और कहता ता है कोई भी लड़की ऐसी नहीं है जो उसे पसंद हो। अब उसकी मा कुछ ना कहा कर गुस्से से वहां से चली जाती हैं।
अब अगले पार्ट में देख ते है क्या होगा ।क्या अर्पित सच में अर्पिता को पसंद नहीं करता क्या वो सच में अर्पिता से सादी नहीं करेगा?