12 अनन्या का भाई ही अर्पित है 😳

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  पिछली part की आखरी में अपने पढ़ा था अर्पिता को किसी unknown number से call अता है।अब देखते हैं कि वो नंबर किसका था।
        सुबह सुबह अर्पिता 4 मिस call देखने चौंक गई।उसने सोचा कि भी है उसे बाद में कल करूंगी पहले फ्रेश हो जाती हूं।ऐसा सोचकर वो नहाने चली गई।नहाने के बाद नाश्ता करने गई और उस miss call के बारे मैं भूल ही गई। अब नाश्ता करके आने के बाद उसी नंबर से फिर से 4 miss call।अर्पिता ने अब देरी ना करके उस number को call back किया। उसने एक लड़के की आवाज़ सुना।लड़के ने कहा ,"hello! अनन्या नहाने गई है ,आने के बाद में उसे बोलदुंगा की वो आपको कॉल करे।"अर्पिता को एक अजीब सा महसुस हुआ।जैसे कोई अपना उस से बात कर रहा हो।तभी फोन के पीछे से अनन्या की आवाज़ आई,"कौन है भया?" उस लडके ने जबाव दिया "कोई अर्पिता है" अनन्या ने उस लड़के से phone लेते हुए य कहा,"अच्छा अब नींद खुली होगी madam की ।"अब अर्पिता को उसने कहा कि आज वो अर्पिता के घर आयेगी साम को ,उसका भाई जिसने फोन उठाया उसका कुछ काम है साम को तो वो उस रास्ते अनन्या को अर्पिता के घर छोड़ कर चला जाएगा और आत्र वक़्त ले आयेगा।अर्पिता ने खुशी से हैं कर दिया।
    साम को अनन्या अर्पिता के घर आती है उसका भाई उसे  घरके बाहर ही छोड़ जाता है ।अनन्या को अर्पिता coffee बनाकर देती है।अनन्या coffee पीने के बाद अर्पिता की ढेर तारीफ करती हैशर दोनों बातों में लग जाते है।अनन्या पूछती है "आप facebook चलाते हैं?" अर्पिता "हां" कहती है।अनन्या कहती है ,"आज में आपको मम्मी के account से request भेजूंगी accept करना। मेरा कोई facebook account नहीं है पर instagram है।आप instagram चलते हो?" अर्पिता "हां"कहती है।तभी अनन्या ने instagram पे अर्पिता को request भेजा ।और कुछ बोल ती उसके पहले अनन्या की भाई का फोन आया ।वो उसे नीचे बुला रहा था जल्दी से घर जाने को।अनन्या बाय कहकर चली जाती है।उसके जाने के 1 घंटे बाद अर्पिता को facebook में request अता है।अर्पिता देखती है ये अनन्या की मा का request है।वो एक्सेप्ट कर देती है।तभी उसकी बैटरी लो हो जाती है और वो फोन को चार्ज में बसा देती है।उसके बाद नीचे खाना खाने आती है।और तभी उसकी दादी पूछती है ,"आज जो लड़का अनन्या को छोड़ ने आया था वो लड़का कौन था? अच्छा दिखता था कहीं उसकी boyfriend तो नहीं ?अगर ऐसा होगा तू तू अनन्या से बाते करना बंद करदे अर्पिता!" अर्पिता कहती है कि वो लड़का अनन्या का भाई था जिसने आज सुबह अर्पिता का फोन भी उठाया था और अनन्या ऐसी वैसी लड़की नहीं है।दादी आश्चर्य होके कहती है ,"उसकी भाई!पर मुझे तो सिर्फ पता था कि वो एक लड़की ही है उसकी मा की, सायाद में जानती थी और भूल गई थी।"तभी उसके पापा बोलते हैं ,"हां में जनता हूं की उनका एक लड़का भी है।"दादी ने तभी कहा," क्यों मा हम उस लड़के की सादी हमारी अर्पिता से करा देते हैं ,दोनों परिवारों की संपर्क मजबूत हो जाएगा"अर्पिता चौंक जाती है और परेशान हो कर "ना "कहती है।वो कहती है कि जिसको वो जानती नहीं,लड़का कैसा है उसकी character कैसा है ये जानती नही ,वो कैसे मान लेगी उस से सादी करने ।अर्पिता की ऐसी बर्तन देखकर  सब चुप हो जाते हैं।अर्पिता ने अभी अभी अर्पित को देखा है और उसके मन में बस एक ही इच्छा है कि वो उस अर्पित से सादी करेगी जिसे उसने देखा है facebook में।अब सारी बातें वो जाके रंजीता को बोलती है,रंजीता कहती है,"देख तू ऐसी जिद्द लेकर मत बैठ,मेरी मान दादी की बातों में राज़ी हो जा।में मानती हूं तू जैसा चाहती थी अर्पित वैसा ही है लेकिन तू अर्पित को ना अच्छे से जानती है ना  उसकी character के बारे में कुछ जानती है।देख जी जैसा दिखता है ऐसा ही इसकी कोई गारंटी नहीं ना।अब तक तुझे बता नहीं पाती थी पर आज कहा रही हूं ,हर किसीको सपना थोड़ी न क्लसच होता है तू भूल जा उसे।आगे बढ़ "हां"कहा दे अनन्या की भाई से सादी करने केलिए राज़ी हो जा। अर्पिता तब गुस्सा हो जाती है और कहती है कि भले ही उसने अर्पित को हकीकत में न देखा हो ,लेकिन उस पर उसे पूरा भरोसा है।ये बात सुन कर रंजीता हैरान रहा जाती है कि कैसे कोई किसी पर इतना भरोसा कर सकता है उस बिना देखे बिना जाने।अब रंजीता अर्पिता को पूछती है कि क्या उसने अनन्या की भाई को देखा है,क्या अनन्या की भाई ने उसे देखा है ? ये सुन कर अर्पिता माना करती है।रंजीता सलाह देती है कि एक बार अर्पिता मिल ले अनन्या की भाई से।लेकिन अर्पिता कहती है कि उसने पहले ही खो दिया है सरोज को अब अर्पित को नहीं खोना चाहती।रंजीता फिर से हैरान होती है अर्पिता की ये पागल पन देख कर।और कुछ ना कहकर रंजीता फोन रखती है। अर्पिता जब फोन रख के ड्राइंग रूम में जाती है तो दादी फिर से अनन्या की भाई की बात कहती है और अनन्या की मा उसे अपनी बेटी कि तरह रखेगी कहती है लेकिन अर्पिता परेशान हो कर वांह से चली जाती है अपने कमरे में।कमरे में जा कर वो अपना फोन खोल के फेसबुक देखने लगती है।facebook में फिर से एक चीज देख कर वो हैरान रह जाती है।वो जब देखती है अनन्या की मा का facebook प्रोफाइल उसे अपनी आंखो पर भरोसा नहीं होता।वो देखती है कि "अर्पित शाह"जिसे अर्पिता ने सपनों में देखा था वो कोई और नहीं अनन्या का भाई ही है।उसे अब ऐहेसास हुआ कि उसने कितनी बड़ी golden chance छोड़ दिया।उस दिन अर्पित तो आया था अनन्या को छोड़ ने ,पर अर्पिता की बाद किस्मत को देखो उसने देखा ही नहीं एक बार उसे और ऊपर से दादी को भी माना कर दिया । अब क्या होगा? अब तो वो दादी को बता ही नहीं पाएगी वरना दादी  उस पर संदेह करेगी।अब कुछ ना करके भगवान से बात जोड़ कर बैठी।वो तो इस सोच में पड़ गई की अब क्या करेगी और अचानक से ये भी सोच ने लगी की कहीं अर्पित का कोई girlfriend तो नहीं होगा ना? अब  करेगी अर्पिता?
    अब अगले पार्ट में देख ते है कि क्या होता है आगे।
    

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