27 थोड़ी खुशी😊 थोड़ी emotional बातें 🥺

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पिछले पार्ट मे पढ़ा था कि अर्पिता के पापा अर्पित के ऊपर खुश हो जाते हैं ये देख कर की उसने कैसे अर्पिता का खयाल रखा।अगले दिन अर्पित Banglore चला जाता है ।उस तरफ अर्पिता के पापा पंडित जी को बुलाते हैं अर्पिता  और अर्पित कि सादी का तारीख निकलवाने। वहां सुलोचना जी भी आईं थी।अब आगे:-
       पंडित जी ने कहा,"जजमान!इस वक़्त दिसम्बर का महीना चल रहा है।इस महीने कोई भी सूभ योग नहीं है इन दोनों के विवाह केलिए न ही अगले महीने है,अगर इन दो महीनों में सादी ही जाती है तो लड़का या लड़की किसी के भी जान को खतरा हो सकता है।"सब ये बात सुनकर परेशान हो गए।तभी दादा जी ने कहा,"अच्छा ठीक है,तो हम दो महीने के बाद ही करेंगे ।अब बता दीजिए कि 2 महीने बाद कौनसी तारीख शुभ रहेगा।"पंडित जी कुछ समय के बाद गणना करके बताते हैं ,"जजमान !अगले साल फरबरी 14 को सबसे अच्छा योग है,उसके पहले जो भी योग हैं वो इन दोनों केलिए अच्छा नहीं है।"सब खुश हो जाते हैं और ये फैसला होता है कि अर्पित और अर्पिता की सादी 14 फरबरी को ही होगी।ये सारी बातें अर्पिता छुप कर सुन रही थी।उसे तो भरोसा ही नहीं हो रहा है कि उसकी सादी valentine day पे होगी😊। उसने सोचा कि वो जाकर अर्पित को फोन कर के ये सब बता देगी,लेकिन उसे याद आया कि अर्पित अभी तक पहुंचा नहीं होगा , इसीलिए उसने अगले दिन अर्पित को बताने को सोचा।अर्पिता ये सारी बाते अपनी सबसे अच्छी दोस्त रंजीता को बताती है।रंजीता भी खूश हो जाती है।अर्पिता के घर में भी सब खुश थे लेकिन सब थोड़े emotional हो गए थे अर्पिता को लेकर।दादी कहती हैं,"कितनी छोटी सी हमारी अर्पिता जब मुझे दादी दादी कह कर सुबह साम मेरे पीछे घूमती रहती थी,लेकिन आज वो बड़ी हो गई है और ससुराल भी चली जाएगी।ये सब अर्पिता भी सुन रही थी वो भी थोड़ी emotional हो गई।
     अगले दिन अर्पिता सुबह सुबह जब उठी उसके फोन में पहला मेसेज अर्पित का था।उसने लिखा था,"मेरी पगली!अब तक उठी या नहीं।"अर्पिता ने "हां" लिखा और good morning भी कहा।थोड़ी देर चैटिंग में बात होने के बाद उसने सीधा फोन लगाया अर्पित को।अर्पित ने फोन उठा ते ही अर्पिता ने बोला,"हमारी सादी 14 फरबरी को है।"अर्पित भी खुश हो गया।ऐसे ही देखते देखते 2 महीने बीत ने लगे थे।अर्पिता और अर्पित कि सादी करीब आने लगी।अर्पित भी आ गया था 1 महीने की छुट्टी लेकर। अर्पिता ने एक दिन अर्पित के साथ फोन पे बात करते हुए कहा,"अच्छा तो बोलिए की में सादी के दिन कौनसी colour कि लहंगा पहनूं?"
अर्पित - Red कॉलर का ।ये कॉलर तुम पे बहुत जचेगा।और में कौनसा colour पहनूं?
अर्पिता - आप भी Red कॉलर की सेरवानी पहनना,आपके गोरे रंग को और भी अच्छा लगेगा और मेरे साथ match भी होगा।
अर्पित - तुम्हारे साथ तो में पहले से ही match हो गया हूं अब क्या match करना।
अर्पिता - मुझे पता है ,फिर भी उस दिन आप को मेरे साथ match करके ही पहनना है।
अर्पित - अच्छा ठीक है पगली।अच्छा सुनो हम सादी के बाद कहां घूम ने जाएंगे,मतलब तुम्हे कहां जाना पसंद है बोलो?अभी से ticket करवानी पड़ेगी वर्ना उस वक़्त जल्दी में कुछ नहीं होगा और वैसे भी मुझे भी वापस जाना होगा।
अर्पिता - मुझे ना सिमला जाने का बड़ा मन है। वहां की नजारे बहुत अच्छी है।एकदम natural place।मुझे natural places बहुत पसंद हैं।
अर्पित - Really!मुझे भी natural places पसंद हैं और में भी यही सोच रहा था कि हम सिमला जाएंगे,फिर भी तुम्हे पूछ लेना सही समझा कहीं तुम्हे और कोई जगह जाने कि इच्छा हो।लेकिन तुम्हे तो वहीं जगह पसंद है ।हम दोनों की सोच थोड़ा थोड़ा same हैं।

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