Chapter-25

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विक्रम के पास बैठा आदमी लगातार विक्रम की तरफ देख रहा था ..जैसे कुछ पूछना चाह रहा हो या कुछ जानना चाह रहा हो ...!!!

दिलावर सिंह और बिलाल राव के द्वारा भेजा हुआ माल चैक करने के लिए चले गए और अपने आदमियों को इशारा करके बोले कि विक्रम पर नज़र रखें !!!

विक्रम ने आसपास देखा तो दिलावर सिंह के आदमी चारों तरफ थे !!

विक्रम के पास बैठे आदमी ने विक्रम को अपने पैर की तरफ इशारा किया कि मानों जैसे कह रहा हो कि विक्रम मेरे पैर की तरफ देखो !!!!

विक्रम ने उस आदमी के पैर की तरफ देखा तो उसके जूते के नीचे एक कागज दबा हुआ था जिसका सिर्फ एक कोना दिख रहा था !!!!

विक्रम ने आसपास देखा और झुक कर अपने पैर के पास हाथ से खुजली करने लग गया !!!

दिलावर सिंह के सारे आदमियों की नजरें विक्रम के उपर थी !!!

विक्रम के ज़रा सा हिलते ही दो आदमी उसके पास आ कर खड़े हो गये और बोले :- क्या कर रहे हो ??? कोई चालाकी की तो यही भून दिए जाओगे !!!

विक्रम:- अरे भाई !!! अकेला तुम्हारे बीच बैठा हूं ना कोई हथियार है मेरे पास तो क्या करुंगा !!! बस पैर खुजा रहा हूं ,कहो तो ये भी ना करु ???

आदमी:- ठीक है ठीक है !!!!

वो दोनों आदमी अपनी जगह पर दोबारा खड़े हो गए !!! इसी बीच विक्रम ने वो उस आदमी के जूते के नीचे दबी पर्ची उठा ली थी !!!

विक्रम उन आदमियों की तरफ देखते हुए बोला ;- क्या मैं वाशरूम जा सकता हूं ????

दिलावर सिंह के आदमी :- ठीक है चलो हमारे साथ !!!

विक्रम उन आदमियों के साथ वाशरूम की तरफ चल दिया !! और वाशरूम के अंदर चला गया , दिलावर सिंह के आदमी भी उसके पीछे ही आ गये !!!

विक्रम उन आदमियों के साथ वाशरूम की तरफ चल दिया !! और वाशरूम के अंदर चला गया , दिलावर सिंह के आदमी भी उसके पीछे ही आ गये !!!

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