मैं मेरा लम्हा तक नहीं ,
और तू मेरा ठहरा वक़्त है ,
मैं मेरी याद भी नही ,
और तू मुझमे बेहिसाब है ,
मैं एक सवाल तक नही ,
और तू मेरे हर सवाल का जवाब हैं ,
मैं मेरे साथ तक नही ,
तू मेरे रूह से भी ज्यादा पास है ,
मुझे मेरे ख्याल तक नही ,
औऱ मुझे तेरे सिवा कुछ भी याद नही ,
मैं एक लफ्ज़ तक नही ,
और तू मेरी खामोशियो की आवाज है ,
मैं मेरी ज़िंदगी का एक हिस्सा तक नही,
और तू मेरी ज़िन्दगी की पूरी किताब है ...!
1 June 2018