हां कुछ चुभ रहा है
सीने में अब भी ,
लगता है तुमसे इश्क़
ज़रा बाकी है ,
लफ़्ज़ों की खिंचा-तानी में ,
जैसे तेरा ज़िक्र
ज़रा अभी बाकी है ,
अरमां नहीं तेरा इश्क़ बनूँ फिर से ,
पर तेरा होने की ,
ख़्वाहिश ज़रा बाकी है ,
इश्क़ करना नही दूसरी दफ़ा तुमसे ,
लेकिन इस सीने में ,
तेरा इश्क़ अब भी ज़रा कहीं बाकी है ,
29 Aug 2018