Chapter -11

364 11 1
                                    

मैं रवी के पीछे बाईक पर बैठ गया ! मेरी समझ नही आ रहा था कि मैं मां को कैसे समझाऊं गा !

रवी ने घर के आगे बाईक रोक दी ! माँ बाईक की आवाज सुनते ही बाहर आ गई !

माँ आस पास देख कर बोली :-""" राज रीना कहां है बेटा,तूं लेने गया था न उसको ?

माँ डरी सी आंखौ से मेरी तरफ देख रही थी ! जैसे उसका दिल कह रहा था कि कोई बुरी खबर ना हो !

मैं बाईक से उतर कर माँ को ले कर घर के अन्दर चला गया !

माँ को मैने कमरे मे पलंग पर बिठा दिया ! मैं मां को कुछ बोल के समझा पाता इससे पहले माँ का चेहरा देख के मैं माँ के पैरो में लिपट कर फूट फूट कर रो पडा !!!!!!

मां मुझे पकड कर बोली :-""अरे तू रो क्यो रहा है बता मुझे ? रीना कहां है?

मां की आवाज मुझे रोता देख कर भर्रा गई थी ! वो आस पास देखने लगी ! रवी भी कमरे में खडा था वो रवी की ओर इशारा करके बोली :-""" देख रवी इस लडके को कुछ बता नही रहा बस रो रहा है बच्चो की तरह !!!!!

""रवी की आंखों में भी पानी था ! मुहं जेसे चुप्पी साध गया हो !!!!

मैने हिम्मत करके माँ को बोला :-"""माँ रीमा नही रही हमारे बीच और मैं ये कह कर फूट फूट कर रोने लगा माँ के घुटनो को पकड कर !

माँ तो जैसे सुन के सुन्न पड गई थी वो एकदम से उठ कर साईड में खडी हो गई थी वो हवाक हो कर बोली :-""" ये क्या अनाप शनाप बोले जा रहा है तूं..तेरा मुहं नही टूटा अपनी बहन के बारे में ऐसा बोलते हुए !!

""माँ ये बोलते बोलते अचानक फर्श पर गिर गई !!

मैने भाग कर माँ को उठाया और पलंग पर लिटा दिया !

रवी तब तक पीनी ले आया ! मैं लगातार माँ को हिलाये जा रहा था और पुकारे जा रहा था .. मां मां मां...!!!!!!

रवी :-""" यार माँ को सदमा लगा है मै डाक्टर को ले आता हूं !

मै जब तक कुछ बोल पाता  माँ एकदम से उठ के बैठ गई और फूट फूट कर रोने लगी !!!

माँ मेरी तरफ देख कर बोली :-""" राज तेरी बहन सुबह घर से एकदम ठीक ठाक गई थी ना वो बीमार थी फिर अचानक एकदम से उसको हुआ क्या था मेरा दिल मानता ही नही कि मेरी बेटी ऐसे मुझे छोड कर चली जायेगी !! वो तो इतने सपने देखती थी तेरी शादी कै अपने नये घर के ! फिर एकदम से क्या हो गया ????

अंतजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें