Chapter -12

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एकदम से रवी की आवाज सुन कर मैं एक दम चौंक गया !! और आंखें खोल कर सकपका कर इधर उधर देखने लग गया !

मैं सारी रात दीवार के साथ बैठा रहा और रोता रहा ,पता ही नही चला कि कब सवेरा हो गया !!

माँ बस पलंग पर बैठी एक टकी लगाऐ थी दीवार की तरफ !! माँ की आखें रो रो कर सूज गई थी !

तभी रवी पास आ कर बोला";- चल यार चलते है पुलिस थाने भी जाना है और फोन का भी कुछ पता करते है !

मैं उठा और रवी के साथ चल दिया मैंने माँ को चलते चलते कहा ख्याल रखना माँ अपना मैं आता हूं ! मां ने कोई जवाब नही दिया !

मैं रवी की बाईक पर बैठ कर निकल गया ,मुझे घर से निकलते ही लगा जैसे घर के सामने वाली सडक के दुसरी साईड कोई आदमी खडा हमे ही घूर रहा था लेकिन मैंने इतना ध्यान नही दिया !

हम मार्किट पहुचें ,हम एक फोन की दुकान में घुस गये ,दुकानदार ने अभी दुकान खोली ही थी !

रवी दुकानदार से बोला ";-" भाई ये मोबाईल है देखना जरा इसकी डिटेल निकल सकती है क्या !

हाँ देखता हू लाऔ तो ! दुकानदार बोला !!

रवी ने फोन आगे रख दिया ,दकानदार बोला ";-" ये तो सारा फोन टूटा हुआ है इसका डिटेल कैसे निकालूगा मैं?

रवी :-;" यार तू कुछ कर सकता है मदद तो बता ये राज की बहन का है जो अब इस दुनिया में नही है !!

दुकानदार रवी की बात सुन कर हैरान हो गया और राज की तरफ देखने लग गया क्योकि राज की आखौं मे पानी था !

दुकानदार रवी का अच्छा दोस्त था और वो राज की परिवार को भी जानता था ! वो बोला ;-" ये कैसे हो गया भाई ? कल तक तो सब ठीक था ! क्योकि कल तो रीना यहां दुकान पर आई थी अपना फोन रिचार्ज करवाने !

रवी बोला ";- यही तो हम भी जानना चाहते है कि आखिर हुआ क्या ऐसा ? यार तू किसी तरह फोन से कुछ डिटेल निकाल सकता है तो बता !

वो दुकान वाला बोला ";- यार मेरे से जो बन पडेगा करूगा ! यार मेरा एक दोस्त है वो फोन की कम्पनी में काम करता है मैं उसको बोल कर करवा सकता हू ये काम वो फोन नम्बर से सारी डिटेल निकाल देगा !

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