Chapter -2

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उसने प्लेट के सारे फल खा लिये थे,बस अब वह सोच रही थी किअब मैं क्या करू ?

तभी दरवाजा खुला और वो आदमी अन्दर आ कर खडा हो गया,लडकी ने सहम कर आखें बन्द कर ली,वो बोला,""मैं जा रहा हूं बाहर,..आऊगा थोडी देर में,तुमको जाना है तो चली जाना,""उसके मेज पर कुछ रखने की आवाज आई,जोर से दरवाजा बन्द हुआ,और उसके कदमों की आवाज दूर चली गई !!!!!!

लडकी ने अब अपनी आखें खोली,और जल्दी से उठ कर देखा,वो जा चुका था !!

लडकी फटाफट मेज की ओर लपकी,देखा मेज पर कुछ खाने का सामान और एक तेज धार चाकू रखा था,वो फटाफट चाकू अपने हाथ में लेकर बाहर की और जाने लगी,उसने दरवाजा खोला,बाहर कोई नही था,बाहर छोटा सा बरामदा था,और एक तरफ नीचे जाने की सीढीयां,वो सीढीयो की तरफ बढी,एक एक करके वो सीढीया उतर गई,सीढीयों के नीचे भी एक कमरा था लेकिन वो कमरे की खिडकिया बन्द थी दरवाजा भी बन्द था !!!!

वो दरवाजे की तरफ बढी,उसने उसे खोलना चाहा ,लेकिन वो बन्द था ,उस दरवाजे पर बडा सा ताला लटक रहा था उसके मन में आया,कि वो आदमी झूठ बोल कर गया कि चली जाना,जबकि दरवाजा तो बन्द है,उसके दिल में फिर डर सा मंडराने लगा,लेकिन तभी उसकी नजर एक चाबी पर पडी,जो कि एक कील से लटक रही थी,उसने भाग कर वो चाबी उठाई,और जल्दी जल्दी ताले को खोलने लग गई |

ताला खुल गया,वो फटाफट बाहर की और चल पडी ,सामने खाली सडक थी,आस पास कुछ नही था,एक मील तक चलकर थोडा रूक गई,सामने एक दुकान थी,जिस पर कुछ लोग कुछ खरीद रहै थे,उस दुकान के दुसरी तरफ एक और सडक थी,जहां गाडीया आ जा रही थी,तभी उसने देखा वो लोग जो दुकान से सामान ले रहै थे वो एक गाडी मे बैठ कर चले गये,उन लोगो ने लडकी की तरफ दैखा नही,क्योकि वो उनको देखकर पहले ही साइड में हो गई थी,अब वो उस दुकान वाले की तरफ बढी,और उस दुकान वाले के सामने जा पहुचीं........

दुकान वाला उसको देख कर बोला"" क्या चाहिये,कुछ लेना है क्या....?????

लडकी बोली :-  नही भईया लेना कुछ नही ,बस ये बता दो कि ये जगह कौन सी है..... ?????

दुकान वाला लडकी को गौर से देखने लग गया,लडकी थोडा सहम गई......

दुकान वाला बोला,"""शक्ल से तो अच्छे घर की लगती हो,क्या भाग कर आई हो ...????

लडकी तपाक से बोली:-" नही नही भाग कर नही आई ,मेरे साथ कोई था तो वो मुझे यही खडी करके कुछ काम से गया है अभी आ जायेगा,तो मुझे पता नही चला ना कि ये कौन सी जगह है तो मैने पूछा,वेसे मेरे साथ जो है वो यही आ जाये गे मुझे लेने.....!!!!

"""लडकी ने झूठ बोल दिया एकदम मारे डर के कि कही दुकान वाले को ये पता चल गया कि वो अकेली है,तो कही उसका फाइदा ना उठा ले"""

तभी दुकान वाला बोला :- अच्छा अच्छा,कोई बात नही,तुम मेरे पास अपने साथी का इन्तजार कर सकती हो,वेसे यहां का माहोल शायद उनको पता नही होगा,जो तुमको अकेला छोड गये... क्योंकि ये इलाका बहुत गुंडे बदमाशों से भरा रहता है !!!!

"""लडकी ने देखा कि दुकान वाला उसको अजीब सी नजरो से देख रहा था !

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