Chapter -8

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नीति लडके की आखों में आखें डाल कर बोली :-""" " हां मैं सुन सकती हूं ! तुम्हारा हर काला अतीत सुन सकती हूं ! तुम कह कर तो देखो !!

लडके ने फिर नीति की आखों में गौर से देखा जो उसे अपने पन से निहार रही थी !

लडका नीति को छोड कर कमरे से बाहर निकल गया ! और सीढिया चढ कर ऊपर चला गया ! जैसे कि वो लडकी की इन आखों का सामना करना ही नही चाहता था !!!!

नीति फिर उसके पीछे उपर सीढियां चढ़ कर उपर कमरे की तरफ आ गई !!

लडका कुर्सी पर बैठा अपनी रिवाल्वर साफ कर रहा था !

नीति लडके के सामने पलगं पर बैठ गई ,और बोली :-""" तुम्हारा नाम जान सकती हूं ?

लडका :-""" क्या करो गी नाम जान कर ?

नीति :-""" अरे तुम मेरे हर सवाल पर अपना सवाल क्यो रख देते हो ? मैने कहा ना कि मुझे तुम्हारे बारे में सब जानना है और तुमको अब पता लग ही गया होगा कि मैं बिना जाने मानूगी नही !

लडके ने तीखीं नजरो से नीति की ओर देखा और बोला :-""" अच्छा !! और अपनी रिवाल्वर साफ करने में लग गया !

नीति उठ कर रसोई की तरफ गई और आस पास देखा कि कुछ खाने का सामान हो तो वो कुछ बना ले ! एक डब्बे मे थोडा आटा पडा था और टोकरी मे थोडै आलू ,नीति ने फटा फट आलू काट कर और एक प्याज काट कर कढाई में सब्जी बना डाली और एक प्लेट में आटा मल के एक तरफ रोटीया बना डाली ! फटाफट उसने खाना एक प्लेट में परोसा और कमरे मे आ गई !

नीति ने देखा वो लडका पलगं पर लेट गया था उसके पैर पलगं से नीचे लटक रहै थे हाथ मे रिवा्लवर था ,उसकी आखें बंद थी !
नीति ने खाना  मेज पर रख दिया और घुटनों के बल पलंग पर चढ कर लडके की बाहं पकड कर हिलाना चाहा ....

तभी लडका तेज़ी से उठ गया और नीति को कस के पकड लिया और रिवाल्वर नीति के मुहं की तरफ तान दी !

""नीति जोर से चिल्लाई अरे अरे... मै नीति हूं !!!

लडके ने एकदम से नीति को छोड दिया और पलगं पर बैठ गया और बोला :-""" सोरी !!

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