Chapter-15

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मैं उठ कर नमन के टेबल पर पहुच गया और उसके पास पडी कुर्सी पर बैठ गया !!

पता नही मैने ऐसा एकदम से क्यो किया ???  लेकिन बस मैं नमन से बात करना ही चाहता था क्योंकि मेरे सब्र ने अब हद पार कर दी थी !!

मैरे एकदम से अचानक नमन के टेबल के पास बैठ जाने से वो सारे खडे हो गये लेकिन नमन बैठा रहा !

उसके साथी बोले "";- अबे सठिया गया है क्या जो इधर आ कर बैठ गया जानता नही कि नमन के पास तो बिना पूछे मक्खी तक नही बैठती फिर तेरी हिम्मत कैसे हो गई यहा बिना पूछे बैठने की ?

मैने उसी वक्त कहा कि नमन मैं तुमसे बात करना चाहता हूं!!

नमन ; "हो कोन तुम ? और क्या बात करना चाहते हो ? बोलो जल्दी ?

मैने जवाब दिया ";- नमन मैं रीना का भाई हूं तुम जानते हो रीना को !!

नमन के चेहरे का रंग एकदम बदल गया रीना का नाम सुनते ही !!

वो बोला ;-" कौन रीना? मैं तो नही जानता किसी रीना को ?

वैसे और बहुत लडकियो को जानता हूं बोल और किसी का पता बता देता हूं तेरे को!!

ये कह कर वो और उसके दोस्त ठहाका् लगा कर हसने लगे !!

मुझे एक दम से गुस्सा आया और मैने नमन का गिरेबान पकड कर उसको उठा कर दीवार की तरफ लगा दिया और बोला ";- रीना कोई ऐसी वैसी लडकी नही मेरी बहन थी जो तूने मार दी समझा !! मेरे पास सारे सबूत है ! और मै तुझे छोड़ूंगा नही !!! समझा तू !!!!!

उसी वक्त रवी वहा आ गया और मुझे पकड कर बाहर खींचने लग गया !!

लेकिन जाते जाते मैने चिल्ला के नमन को बोल दिया "";-" तू मान ले अपना जुर्म और सब बता देना नही तो मैं तुझे कोर्ट तक घसीटूगा ,मेरे पास सब सबूत है तेरे!!

रवी मुझे घसीट कर बाहर ले आया और बाईक पर बिठा कर हम वहां से कुछ दूर निकल गये !!

थोडी दूर जाके रवी ने बाईक रोक दी और उतर कर बोला ";-" तू बिना बताए यहा नमन से भिडने आ गया !! कम से कम मुझे तो साथ ले लेता ,तू जानता भी है कि वो कितना घटिया लडका है !!

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