लडकी ने अब दुकान वाले की तरफ देखना ही छोड दिया,और वो आगे जाने के लिये जैसे ही आगे बढी,वो दुकान वाला बोला "" मत जाओ अकेली इस रोड पर,यहा हर वक्त बुरे लोग घूमते रहते है,वेसे ये इलाका मुजफ्फर नगर है..!!!
"""यहा दिन दिहाडे किसी को भी उठा लेते है वो लोग और किसी को भी मार देते है,कोई पुलिस नही पूछती उनको,सब उऩ्ही की सुनते है""
""मुजफ्फर नगर का नाम सुन के जैसे लडकी का रंग पीला पड गया,वो सोचने लगी,कि रात को वो इतना चलती रही,लेकिन मुजफ्फर नगर से बाहर निकल ही नही पाई..????
लडकी दुकान वाले की बात सुन कर सुन्न पड गई थी,तभी दुकान वाला बोला :- क्या हुआ तुम यही की हो कि बाहर की..????
लडकी चुप चाप आगे बढने लगी, दुकान वाला बोला :- अजीब लडकी है लगता है इसका दिमाग ठीक नही..!!!!
लडकी आगे सडक की तरफ चलने लग गई,कुछ गाडिया सडक पर आ जा रही थी,तभी एक वैन उसके पास से तेजी से निकली और कुछ दूर रूक गई,एक आदमी की आवाज आई,"" अबे वो रही साली ...वही है गाडी पीछे ले..उठा साली को .....!!!!!!!
लडकी ने जब वही आवाज सुनी तो वो घबरा के पीछे की तरफ भागी,सडक के साइड मे एक ओर छोटा सा रास्ता जा रहा था लडकी उसी ओर भागने लगी....वो आवाजें उसे पीछै ही सुनाई दे रही थी,"" अबै इधर गई पकड उसको,जानी नही चाहीये...साली को पकड़ कर आज खत्म करना है !!!
लडकी उसी रास्ते में इधर से उधर भागै जा रही थी,कुछ घर के लोगो ने तो दरवाजे तक बन्द कर लिये उन आदमियों का शोर सुन के,जिस तरह से वो चिल्लाते हुए उसके पीछे भाग रहे थे...!!!
लडकी बस भागे जा रही थी आस पास उसे कुछ समझ नही आ रहा था ,आगे एक तंग गली आ गई थी,लडकी डर गई कि अब शायद आगे गली का रास्ता बन्द है,लेकिन तभी उसे साईड से किसी ने पकड के खीच लिया,और उसका मुँह बन्द कर दिया और और उसे दबोच के नीचे बैठा लिया,लडकी की सासें भी घुटने लगी थी ..!!!
तभी आगे गली से आवाज आई "" अबे अभी तो यही थी वो,कहां गई ? ढूँढो उसको,बचनी नही चाहीए...साली को देखते ही गोली मारी दो !!!
लडकी बुरी तरह से सहम गई थी,लेकिन उसे ये पता लग चुका था कि जिसने उसे पकड के खीचा है,उसने उसको बचाया है,लेकिन अभी वो उसका चेहरा नही देख पाई थी,क्योकि वो उसे पकड कर उसके पीछे बैठा था,उसने कस कर लडकी को पकड रखा था और लडकी का मुहं अपने हाथ से दबा रखा था ..!!!
अब उन आदमियो की आवाजे आनी बन्द हो चुकी थी,तभी वो खडा हुआ और उसने लडकी का हाथ पकड कर एक तरफ खीच कर आगे चलना शुरू कर दिया,अब लडकी बस खिची चली जा रही थी,अब लडकी ने देखा कि वो एक लम्बा चौडा आदमी था,जो उसका हाथ पकड़ कर एक पतली सी गली में से होते हुए आगे बढ रहा था..!!
लडकी ने देखा वो तो उसे उसी घर में ले आया जिसमें से वो निकल कर गई थी..!!
वो लडकाअन्दर आया और लडकी को एक तरफ खीच के खडा कर दिया,और दरवाजा बन्द करने लगा,दरवाजा बन्द करके उसने फिर लडकी का हाथ पकडा और घर की वही सीढिया चढने लगा जिस पर से लडकी उतर कर बाहर निकली थी,उसने लडकी को उसी कमरे मे छोडा जहा से वो उठ कर गई थी..!!
अब वो बिलकुल लडकी के सामने था...
लडकी ने उसे अब सामने से देखा ,वो लम्बा चौडा सुन्दर बहुत ही खूबसूरत नौजवान था ...!!!
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अंत
Mystery / Thriller"नमन;-" वैसे तेरी बहन थी बहुत मजेदार... बहुत मज़ा करवाया उसने मुझे..साली खुद ही कपड़े उतार देती थी.. अपना एक एक अंग दिखा दिखा कर कपड़े उतारती थी कि एक नशा सा हो जाता था मुझे..साली रोज़ चूस चूस कर मांगती थी.."" राज़;-" साले हरामजादे!!! हाथ खोल मेरे...