राज़ और रवी आगे का प्लान बनाने लगे तभी नीति राज और रवी की तरफ देख कर बोली ;-";- मैं नमन को तुम्हारी बताई हुई जगह पर ला सकती हूँ ! क्योंकि लडकी उसकी कमजोरी है,और नमन ने मुझे देखा भी नही है !!!
"और मेरे पास मोबाईल में उसके काले कारनामे की फोटो भी है जो मैने अपने बाप का पीछा करते हुए ली थी और मुझे नमन के ठिकाने का भी पता है जहां वो लोग गैर-कानूनी काम करते है !!!!!रवी नीति की बात सुन कर बोला ;-"" यार राज... कह तो ये सही रही है ये फंसा के नमन को उसके ठिकाने से बाहर ला सकती है फिर हम उसे पकड सकते क्योंकि लडकी के चक्कर में वो अकेला ही आ जाता है !!
राज ;-"" नही यार इसमें नीति की जान को खतरा हो सकता है क्योंकि अगर नमन को जरा भी शक हो गया तो वो नीति के साथ कुछ भी गलत कर सकता है !!
नीति ;-"कुछ गलत करने से पहले मैं अपनी जान ही दे दूगी!!!!! लेकिन मुझे खुद पर यकीन है मैं कर सकती हूं और मेरे पास प्लान है कि नमन को कैसे लाना है बस तुम जगह बताओ कि कहां लाना है ?
राज ने नीति की तरफ देखा और समझ गया कि नीति के अन्दर जुनून है वो कर सकती है !!!!
राज ";-" ठीक है तो सुनो जैसे जैसे मैं अब कहता हूँ वैसा वैसा ही करना !
राज ने बताना शुरू किया ";- नीति तुम आज रात रवी के साथ उसके घर जाओगी और रवी के साथ ही एक दिन उसके घर रह कर नमन के सामने पड़ने की कोशिश करो गी जैसे कि अनजाने में तुम पर नमन की नज़र पड जाये और फिर वो तुमसे बात करने की कोशिश करे गा तो तुम उसको अकेले मिलने की बोलना और फिर रवी तुम्हारे आगे पीछे रहेगा जब नमन मिलने को राजी हो जाये तो उसे यही लाना है इसी घर में !!
"" तुमको सिर्फ तुम्हारे बाप के साथ जो आदमी रहता था वही पहचानता है ,उससे जरा बच के रहना ! राज़ ने अपना प्लान नीति को समझा दिया !!
रवी ";- हा यार ये ठीक रहैगा नीति को अगर नमन पूछेगा या मेरे से पूछ भी लेगा कि ये लडकी कौन है तो मैं बोल दूंगा कि मेरी मौसी की लडकी है दो चार दिन रहने आई है !
नीति ;-" हां यह सही रहेगा !
राज ";- ठीक है !!! रवी तुम आज रात नीति को ले जाना यहां से !!! रात के अंधेरे में तुम दोनों आसानी से गांव पहुंच सकते हो !!!
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अंत
Mystery / Thriller"नमन;-" वैसे तेरी बहन थी बहुत मजेदार... बहुत मज़ा करवाया उसने मुझे..साली खुद ही कपड़े उतार देती थी.. अपना एक एक अंग दिखा दिखा कर कपड़े उतारती थी कि एक नशा सा हो जाता था मुझे..साली रोज़ चूस चूस कर मांगती थी.."" राज़;-" साले हरामजादे!!! हाथ खोल मेरे...