"नमन;-" वैसे तेरी बहन थी बहुत मजेदार... बहुत मज़ा करवाया उसने मुझे..साली खुद ही कपड़े उतार देती थी.. अपना एक एक अंग दिखा दिखा कर कपड़े उतारती थी कि एक नशा सा हो जाता था मुझे..साली रोज़ चूस चूस कर मांगती थी.."" राज़;-" साले हरामजादे!!! हाथ खोल मेरे हाथ खोल..!! तब बताता हूं तुझको कि किसी की बहन के बारे में गंद बोल कर क्या मिलता है तुझे काट कर तेरे टुकड़े कुत्तों को खिला दूंगा समझा...!!!"" "जब सब तरफ आंतक हो ,बुराई हो ,जुल्म हो ,दुख हो , क्या तब भी वहा प्यार जन्म ले सकता है और एक दुसरे की ताकत बन कर बुराई का अन्त कर सकता है जानने के लिये जरूर पढे एक प्यार और बदले की कहानी ! This is a work of fiction. All rights reserved. No part of this publication may be reproduced, distributed, or transmitted in any form or by any means, including photocopying, recording, or other electronic or mechanical methods, without the prior written permission of the author, except in the case of brief quotations embodied in critical reviews and certain other noncommercial uses permitted by copyright law.