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राह की हर मुसीबत से दूर जाना था !
इस ज़माने के दौर से छूट जाना था !
ताज़ी हवा को महसूस करना था !
ज़िन्दगी में अब एक बार थम जाना था !
रह गई थी यह दुआ बस मेरी,
हारकर भी अब सुकून को पाना था !
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Syaahi !
Poetry#Ranked 2 in wattycontest Collection of Hindi poetry and shayaris! words and language, feelings or emotions said or unsaid better inked ! Emotions inked into words ! hope you like my collection of Hindi poetries !