कुछ रिश्तों में से दाग नहीं छूटता !
रंग के फीके पड़ने पर भी ,
वह साथ नहीं छूटता ,
लव्ज़ों में अश्कों की परछाई हो ,
फिर भी अवलम्ब नहीं छूटता!
कुछ रिश्तों का अंत भी
अंत सा नहीं होता!*****
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Syaahi !
Poetry#Ranked 2 in wattycontest Collection of Hindi poetry and shayaris! words and language, feelings or emotions said or unsaid better inked ! Emotions inked into words ! hope you like my collection of Hindi poetries !
22.दाग
कुछ रिश्तों में से दाग नहीं छूटता !
रंग के फीके पड़ने पर भी ,
वह साथ नहीं छूटता ,
लव्ज़ों में अश्कों की परछाई हो ,
फिर भी अवलम्ब नहीं छूटता!
कुछ रिश्तों का अंत भी
अंत सा नहीं होता!*****
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