भारत की आन-बान-शान है सिंह,
जंगल पर एक छ्त्र राज करने वाला,
मजबूत गठीले शरीर वाला,
अद्भुत शक्ति से परिपूर्ण,
जंगल का कुशल शिकारी,
है जंगल का बेताज बादशाह,
जिसकी दहाड़ से गूँजायमान रहते हैं,
विशाल वन और घाटियाँ,
जिसके विचरण से जंगल सिहर उठता है,
जीव-जंतु अपना मार्ग बदल लेते हैं,
विशालकाय जीव भी शीश झुकाकर,
करते हैं प्रणाम,
प्रकट करते हैं असीम सम्मान,
सिंह का होता है एक निश्चित राज्य क्षेत्र,
जिसमें किसी अजनबी का प्रवेश प्रतिबंधित है,
शेर जान तक न्योछावर कर देते हैं,
अपने राज्य क्षेत्र की रक्षा हेतु,
आज इनका यह क्षेत्र सिकुड़ता जा रहा है,
बनते जा रहे हैं खेत और आवास,
निरंतर बढ़ रही है घुसपैठ मनुष्य की,
शेर निरंतर अपना प्राकृतिक आवास खो रहा है,
हो रहा है संक्रमणों से ग्रस्त,
घट रही है द्रुत गति से जनसंख्या,
ऊपर से भारी मात्रा में अवैध शिकार,
प्रश्न चिंह लगा रहा है,
भविष्य में शेरों के अस्तित्व पर।
-अरुण कुमार कश्यप
26/09/2024
आप पढ़ रहे हैं
सूरज फिर निकलेगा
Poesiaहेलो दोस्तों!मेरा नाम अरुण कुमार कश्यप है।यह मेरा एक स्वरचित कविता-संग्रह है।इसके माध्यम से मैं आपके सामने जिंदगी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कविताएँ,गीत और गजल आदि स्वरचित रचनाएं प्रस्तुत कर रहा हूँ। Copyright-सर्वाधिकार सुरक्षित 2024/अरु...