Baat kuch aur hi thi - Part 2

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लोकेशन: पुष्पा साड़ी शॉप

जितिन अगली सुबह दुकान पर पहुंचा। दुकानदार उसे देखकर मुस्कुराया और हाथ के इशारे से दुकान के पीछे वाले हिस्से की तरफ जाने को कहा।

दुकानदार (मुस्कुराते हुए):
"जितिन साहब, आज से आपके नए सफर की शुरुआत हैपीछे जाइए, सब तैयारियां हो चुकी हैं।"

जितिन थोड़ा असमंजस में था लेकिन आत्मविश्वास बनाए रखते हुए पीछे वाले हिस्से की ओर बढ़ गया। वहां एक दरवाजा था। उसने हल्का धक्का दिया और दरवाजा खोलकर अंदर चला गया।

लोकेशन: अंदर का कमरा

जैसे ही जितिन अंदर पहुंचा, वहां चार-पांच लड़कियां पहले से मौजूद थीं। सबने मुस्कुराते हुए उसका स्वागत किया।

लड़कियां (हंसते हुए):
"तो यही हैं हमारे नए 'मॉडल'? वाह, काफी स्मार्ट लगते हो।"

जितिन हल्का सा मुस्कुराया और अपने अंदर की घबराहट को छिपाने की कोशिश करने लगा।

एक लड़की (इशारा करते हुए):
"अब ज्यादा शर्माने की जरूरत नहीं हैये सब यहां प्रोफेशनल तरीके से होता हैचलो, कपड़े उतारो और टेबल पर लेट जाओ।"

जितिन थोड़ी झिझक के साथ, जैसा कहा गया, वैसा ही करने लगा। लड़कियों ने उसकी पूरी बॉडी पर वैक्सिंग शुरू कर दी।

जितिन (दर्द से तिलमिलाते हुए):
"अरे! थोड़ा धीरे-धीरे करोये तो लग रहा है, जैसे मेरी जान ही निकाल दोगी!"

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