ज़िंदगी में हर पल, हर लम्हा,
खुद को ही मारा करते है
जब हम तुमको याद दोबारा करते है
हम तो आशिक़ है, हमे जीने की भी फुरसत कहाँ
बस मौत के इंतज़ार में दिन गुजारा करते है
मुझे अब दरिया बनाओ की सब की प्यास मिटे
समंदर तो बस हमेशा ही पानी को खारा करते है
हमे तो अब होश नही पर तुम्हे क्या लगता है
क्या हम अब भी फिक्र तुम्हारा करते है...✍Jaswinder chahal
16/1/2024
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Navigating Life tapestry : through quotes शब्द
Poetryज़िंदगी की भाग दौड़ में आज किसी के पास वक़त नही है मगर कभी जब हम अकेले होते है और हमें अकेलापन खाने लगता है तब हमारे दिल में अनेको विचारों का जन्म होता है, जो हमें हालात से लड़ने की प्रेरणा देते है और यह विचार हमारे नही हमसब के अंदर बसने वाली उस...