गुनाह है...

0 0 0
                                    

इस दुनिया में ख्वाबों का रंगीन होना गुनाह है
इंसान का बहुत ज्यादा जहीन होना गुनाह है
आजकल कायरता समझते हैं जुबान की मधुरता को
इसलिए जुबान का शालीन होना गुनाह है
अक्सर खुद की ही लग जाती है कभी कभी नजर
दिल की हसरतों का हसीन होना गुनाह है
लोग इस्तेमाल करते हैं हमें नमक की तरह
मगर आंसुओं का नमकीन होना गुनाह है
पल में दुश्मनी हो जाती है जहाँ में सैंकड़ों से
क्यू कि आज इंसान का बेहतरीन होना गुनाह है...✍

Jaswinder chahal
3/3/2024

Navigating Life tapestry : through quotes शब्दजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें