भाग - 4

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मेरी आंखे खुली तो मैंने काजल को अपने पास पाया वो झीनी सी नाईटी में मुझे दिखाई दि, उसके उरोज बड़े ही प्यारे लग रहे थे मैंने उसे सीधा लिटाया और उसकी ख़ूबसूरती को निहारने लगा, मैंने देखा की वो आँखे मूंदे हुए बड़ी प्यारी लग रही थी ,उसने अभी तक अपने माथे की छोटी सी बिंदी नहीं हटाई थी जो उसके गोरे चेहरे को और भी खूबसूरत बनाती थी ,उसके होठों में काटने का निशान देख मेरी दिल की धड़कन रुक सी गयी मुझे कल की सारी बातें याद आने लगी ,मैंने उसके उस जखम को छुआ, मुझे हल्का सा खून का जमाव महसूस हुआ, मैंने उसके प्यारे चेहरे को फिर से देखा ,क्या मेरी प्यारी काजल ऐसा कुछ कर सकती थी की मैं उसपर शक कर सकूँ पर ये खून का जमाव ,और साफ़ पता चल रहा था की किसी ने उसे दांतों से काटा है, मेरे प्यार में क्या कमी रह गयी थी की मेरी प्यारी बीबी किसी गैर मर्द का बिस्तर गर्म करेगी ,मुझे अब भी ये यकीं नहीं हुआ मैंने फिर से काजल के उरोजो को देखा जो की बहार आने को बेताब थे मैंने उसे आजाद ही कर दिया, उनके आजाद होने पर काजल के मुँह से एक मदभरी सी आह निकली ,
'नहीं ना जी क्या कर रहे हो ,'मैंने देखा काजल नींद में ही थी पर उसका जी कहना मुझे सुकून दे गया क्योकि वो मुझे ही जी कहा करती थी, मैंने उसके उरोजों को निहारा तो मुझे लाल घेरे दिखाई दिए जैसे की किसी ने उसे बुरी तरह से मसला हो ,काजल बहुत गोरी थी और मैंने उसे कभी कभी मसला भी था उसके वो निशान ऐसे ही थे जैसा मेरे मसलने पर उसके वक्षो पर पड़ते थे ,मेरी आंखे नम होने लगी मैंने फिर उसके मासूम से चेहरे की ओर देखा ,मुझे यकीं ना आया की वो मुझे किसी भी सूरत में धोखा दे सकती है, मैंने उसके उरोजों को मसलना शुरू किया,
'नहीं ना जान प्लीज् नहीं ना कोई आ जायेगा ,'काजल अभी भी नींद में थी मैंने अपने होठों को उसके होठों के पास ले जाकर उसके होठों को चूमने लगा वो अपने होठों को मेरे लिए खोल दि मैंने अपने होठों को उसके होठों में घुसा दिया मुझे दारू की बू आनी शुरू हो गयी ,हमारे लिए दारू पीना कोई बड़ी बात नहीं थी ,शायद काजल ने कल शराब पि हो मैंने अपने हाथ उसकी नाईटी के निचे से उसकी प्यारी योनी के पास ले गया मैंने पाया की उसमे कुछ कड़ा सा अहशास हुआ मनो वीर्य सुख गया हो मैंने अपने दिल को समझाया की ये वीर्य नहीं होगा मैं उसके निचे गया उसके कपडे़ को ऊपर उठाया, उसके गोरे जांघ मेरे सामने थे मैं उसे चाटने लगा ,काजल बहुत ही नशे में थी पर वो मचलने लगी थी मैं जांघों को चाटते हुए उसकी योनी तक आ गया ,मैंने पाया की वह कुछ कड़ा सा है मेरी लार पड़ते ही वो चिपचिपा हो गया मैंने उसे जीभ से चखकर देखा ,वो वीर्य ही था मेरा दिल बैठ गया था ,मेरी आँखों में आंसू था पर मेरा लिंग वो तो तना था अपनी ही धून में मुझे लगा था की मैं उसे उठा के उसे मार ही डालू पर मैंने ऐसा नहीं किया मुझे उसे भोगना था ,जाने किसने उसे भोग होगा ये वीर्य किसका था मुझे नहीं पता था पर ....
मैं मैं तो बस अब पागल ही हो गया था मैंने अपने कपडे़ उतार फेकें और उसके ऊपर चढ़ गया मैंने ये परवाह नहीं की, कि उसकी योनी में गीलापन है या नहीं मैंने अपने थूक से ही अपने लिंग को भिगोया और एक जोरदार धक्का ...
'अआह्ह्ह नहीं ना क्या कर रहे हो ,इतना तो किये हो ना अब बस करो ना दर्द हो रहा है घर भी जाना है,'काजल की बातों से मैं पूरी तरह टूट चूका था मैं अपने पुरे जोर से उसे फिर से धक्का लगाया काजल की आँखे अब भी बंद थी और उसने मुझे अपनी बाहों के घेरे में भर लिया
'आपका तो कभी ख़तम ही नहीं होता है ना 'उसने बहुत ही नशीली आवाज में कहा ,
'चलो अब जल्दी करो ना प्लीज ,सर भी करेंगे क्या ,'अब तो मैं रो ही पड़ा मैं चाहता था की मैं वहाँ से उठ कर भाग जाऊ पर मैंने दूसरा रास्ता अपनाया मैंने एक जोरदार झापड़ काजल को मारा मेरे मारने से वो तड़प गयी और होश में आकर मुझे देखने लगी ,
'ये क्या कर रहो हो जी ,हटो ना ,मुझे मार क्यों रहे हो ,'
'मादरचोद चुपचाप पड़ी रह रात भर दूसरो से चुदवाकर आई है और अपने पति से नखरे कर रही है ,'
'अआह्ह्ह आह्हह्हह्हह्हह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह् प्लीज् ना जान, छोड़ दो ना रुक जाओ ना थोड़ी देर बस ...थोड़ी देर बस जान.. '
मैंने बेहिसाब धक्के मारने शुरू कर दिए ,काजल दर्द से 
तड़प रही थी उसकी योनी अभी भी गीली नहीं हुई थी वो दर्द से छटपटा रही थी पर मैंने कोई रहम नहीं की मैंने उसके चेहरे को अपने हाथों से दबा लिया .ये पहली बार था 
जब मैंने काजल से जबरदस्ती की थी पर मैं क्या करता 
मेरा दिल आज टूट चूका था मेरी प्यारी बीवी बेवफा थी,
मेरी चाहत लुट चुकी थी वो भी ना जाने कितनो से ...मैंने अपने वीर्य की धार सीधे काजल के योनी में छोड़ दि ,वो कुछ समझ पाती इससे पहले ही मैं वहा से उठकर अपने बाथरूम में चला गया ,पर जब मैं बिस्तर से उठा तो मैंने एक परछाई दरवाजे के पीछे देखि जो तुरंत भाग गयी मुझे अहसास था की वो मेरी बहने ही थी जो काजल के 
आवाज के कारण वहाँ आ गयी थी ,...

कहानी जारी है...
मिलते हैं कहानी के अगले भाग में..

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