पलके बिछाएं या...

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पलके बिछाएं या तुझे पलकों पे बिठाएं
तू ही बता कैसा सलूक फरमाएं

शरम से हारे अपनी नजरें झुका लें
या नजरें उठाएं, तुझे जी भर निहारें

तेरे साथ खामोशी के चंद लम्हें बिताएं
या अगले पिछले सारे फसाने सुनाएं

तसव्वुर की कहानियां सब ख्वाब बताएं
या दिल में दबे सारे राज बताएं

मुसलसल सवालों का हमें जवाब बताए
खत्म करके इंतजार अगर तू मिलने आए

तसव्वुर (Urdu Poetry)जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें