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बोतल भरी, रात जवां
आंखों में नींद? tsk अभी कहां?मैं यहां, तुम वहां
और तसव्वुर हमारा? अरे छोड़ो नातुम्हारी चाहत, तुम्हारी शिद्दत
जुनून-ए-इश्क़ बस इतना सानए सहर की पहली किरन सी
तू फिर हम पे गिरे, ये ख़्वाब रहातू मिले तो हो मुकम्मल
मेरे इश्क़ की अधूरी दास्तांबोतल भरी, रात जवां
आंखों में नींद? tsk tsk tsk अभी कहां?Aria
तसव्वुर - imagination
सहर - morning
पहली किरन - first ray
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तसव्वुर (Urdu Poetry)
Poésieकिस गुल से हुस्न टपकता है किस खुश्ब की रवानी रहती है तेरे नर्म होंठो की अरक हर गुलशन की कहानी कहती है ........ (जब सहबा ए कुहन....) और जबसे सुना है उनके खयालात हमारी कब्र को लेकर जनाब! हमें तो अब मरने से भी मोहब्बत हो गई ...... (मोहब्बत हो गई...) इ...