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Ruhani POV
चाहत मसाफ़त की,
इरादा, महरूम था
दिल, निगाहबान,
गिरफ़्तार, हस्ब-ए-आरज़ू,
धड़कन तक थाम ली,
हिज्र की इब्तिदा पे,
उल्फत-ए-नीलाम,
उनके एक हुकुम पे,
बावज़ूद,
चार दिन न चली,
नूर-ए-रुस्वाई उनकी,
क़ुबूल ये हाल-ए-फ़ुर्क़त,
मग़र,
भर हमे आग़ोश में,
बिस्तर पर लिटाए रखे है,
हाथ हमारा थाम के,
हाल-ए-मुक्कद्दर अपना,
जां समझ, कर बयां रहे,
न हम पिघल जाए,
तो क्या हो,
गिरफ़्त खुद कर दिए,
नशे के हाल में हमे,
और कल मुज़रिम,
हम हो जाएंगे,
संगीन जुर्म, उनके
ग़ुनाह-ए-बेअदबी में,
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Ruhani ~ The Language Of Love
Historical FictionSitting on the bed, I was waiting for my husband to arrive. It was our wedding Night. I rolled my toes as the visuals of him slowly touching my cheeks, making love to me was blurring my vision again and again. I was trying to compress my frequent bl...