8 college ki love story

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रात को आगाज कमरे में आता है फिर मानिक उससे पूछता है बताओ ना तुम मुझे परेशान क्यों करते हो ? तब आगाज बताता है तुम्हें वह दिन याद है जब तुम यहां एडमिशन के लिए आए थे और तुम भागते हुए एक लड़के से टकराए थे ।वह मैं था। तुम्हारे वजह से मेरे पापा की निशानी जो कि एक घड़ी थी वह टूट गई। वह घड़ी मुझे सबसे प्यारी थी और मेरे पापा की निशानी थी । तुम्हें क्या पता कि मां-बाप ना होने से कैसा लगता है उनकी हर एक निशानी कितनी महत्वपूर्ण होती है। मानिक कहता है कि मैं तुम्हारे दर्द को समझ सकता हूं । आगाज कहता है तुम क्या समझोगे ? तब मानिक कहता है मैं समझ सकता हूं क्योंकि मैंने भी अपने पिता को बचपन में ही खो दिया था और मैंने जो गलती की थी मैं उसके लिए तुमसे माफी मांगता हूं मुझे माफ कर देना ।

मुझे दुख है कि मेरी वजह से तुम्हारे पापा की निशानी टुटी मुझे क्षमा करना । आगाज चिल्लाता है क्या तुम्हारे क्षमा मांगने से मेरी घड़ी वापस आ जाएगी। मानिक - तो मुझे क्या करना होगा । आगाज- तुम मुझसे माफी चाहते हो ना तो तुम्हें मेरे साथ डांस में लड़की बनकर डांस करना होगा और हमें पहला भी आना होगा चाहे हमें कितनी भी मेहनत क्यों ना करनी पड़े (मानिक थोड़ा सोचता है फिर कहता है मैं तैयार हूं लेकिन वह पहले लड़की बनने के लिए तैयार नहीं था)वह मन ही मन में सोचता है कि वह कड़ी मेहनत करेगा और वह यह ठान लेता है।

अब आगाज उसे पहले की तरह उतना परेशान नहीं करता था लेकिन कुछ परेशानी तो अभी भी खड़ी करता था। आगाज उससे अपने काम करने को भी कहता था और माफी पाने के लिए वह काम भी करता था। थोड़ी देर बाद आगाज पेपर को लेकर अपने बिस्तर में बैठता है उसने शुरू से कुछ नहीं पढ़ा था उसे उत्तर नहीं आते थे और उसे किताब में भी उत्तर नहीं मिल रहे थे ।

वह अपने दोस्तों को फोन करता है उन्हें भी उत्तर नहीं पता थे। मानिक आगाज को हड़बड़ी में देखकर पहले प्रश्न का उत्तर उसे बताता है आगाज पूछता है तुम्हें कैसे पता? तब मानिक कहता है मैंने यह सब पढ़ा हुआ है मेरी मां कहती थी कि बड़ा और होशियार आदमी बनने के लिए हमें वह भी पढ़ना चाहिए जो अभी हमारे काम की नहीं क्योंकि कहीं ना कहीं कभी ना कभी वह पढ़ाई हमेशा काम आती ही है। बड़ा आदमी बनने के लिए हमें कहीं ना कहीं से विद्या अर्जित करते रहना चाहिए इसलिए मुझे यह पता है ।तुम चाहो तो मैं तुम्हें इन सबके उत्तर बता सकता हूं ।आगाज कहता है चलो बताओ । मानिक उत्तर बताना शुरू करता है। अगले दिन पेपर में सभी प्रश्न तो नहीं आते लेकिन मानिक में ऐसे पढ़ाया था कि उसे 50% तक प्रश्न बन जाते हैं और वह पास भी हो जाता है ‌।

अरमान और सुनीता

आगाज ने अरमान और सुनीता को टीम में कपल डांस के लिए एक ग्रुप बनाया था। डांस सीखते सीखते उनके बीच नजदीकियां बढ़ने लगी थी। अरमान को अब सुनीता अच्छी लगने लगी थी लेकिन अभी उसे अपने प्यार का एहसास नहीं हुआ था । साथ में डांस सीखते सीखते वे एक दूसरे के और करीब आने लगे थे। इस सबके बारे में फलक को भी पता नहीं था वह सोचती थी कि वे केवल डांस ही तो सीख रहे हैं लेकिन उसे जलन तो होती थी क्योंकि उसके बॉयफ्रेंड के साथ कोई दूसरी लड़की डांस कर रही है ।फलक उसके साथ डांस इसलिए नहीं कर पाती है क्योंकि वह दूसरे टीम में थी ।

पार्थ

पार्थ आगाज की टीम में ग्रुप डांस में था वह पहले दिन से ही मन ही मन में चिंतित था कि उसे उन दोस्तों को छूने पर कंपन महसूस क्यों हुआ था वह जब सबसे हाथ मिलाया था। तब रात को उसे वही सपना फिर आता है जो प्रिंस और मानिक को छूने पर आया था। इस बार वह सपने में देखता है कि प्रिंस ,मानिक, अरमान, मयंक और वह एक के उपर एक हाथ रखकर खड़े है उसे एक का चेहरा अभी भी नहीं दिखता उसके सामने अभी भी अंधेरा था और वे कुछ बोल रहे थें। यह सपना उसे बार-बार आता था इसलिए वह पास ही के एक पंडित के पास जाता है उसने कहीं से सुना था कि वह पंडित अच्छा भविष्य बताता है।

वह पंडित से अपने सपनों के बारे में पूछता है वह पंडित उससे उसका जन्म तिथि और दिन पूछता है और उसे कहता है कि मैं तुम्हारी मदद कल ही कर पाऊंगा क्योंकि मुझे तुम्हारी कुंडली बनाने में वक्त लगेगा और मैं कल ही तुम्हारे प्रश्नों के उत्तर कुंडली देखकर दे पाऊंगा तुम कल आना। पार्थ फिर दूसरे दिन जाता है पंडित जी कहते हैं कि तुम्हारी जिंदगी में बहुत से उलझन है मेरी गणना के अनुसार मुझे पता चला कि तुम दो जिंदगी का भाग्य एक साथ जी रहे हो यह कैसे हो सकता है मुझे भी पता नहीं। पंडित जी कहते हैं मुझे नहीं पता लेकिन समय बीतने के साथ-साथ तुम्हें पता चल जाएगा ।

तुम्हारे भाग्य का खेल शुरु हो चुका है तुम्हारी कुंडली के अनुसार तुम्हारी सारी समस्याओं का निवारण होंगा बस सही समय का इंतजार करो। जो दुख और तकलीफ तुम्हे मिल रही है न वह दो जिंदगी के भाग्य के कारण तुम्हें मिल रही है उनका भी निवारण होगा। दो जिंदगी की तकलीफ तुम्हें एक जिंदगी में मिल रही है और मैं तुम्हें कुछ नहीं बता सकता तुम्हारी कुंडली से मुझे इन्हीं प्रश्नों के उत्तर मिले हैं बाकी अब भगवान की मर्जी ।फिर पार्थ पंडित जी के घर से बाहर आकर अपने हॉस्टल में आ जाता है।

💞The Seven Life For Love Desire (Hindi)जहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें