कभी डरावनी रात बारिश
कभी सुहानी भोर बारिश
कभी मन में उमंग जगाये
कभी करती है बोर बारिशआती नहीं है कभी समय से
है बड़ी कामचोर बारिश
जाने फिर ये कब बरसेगी
थोडा ले बटोर बारिशकौन सिखाये इसे सलीका
बन जाये जब ढोर बारिश
कभी मचाये बड़ी तबाही
बन के आदमखोर बारिशकभी ये आये चुपके चुपके
कभी मचाये शोर बारिश
कभी बरसे ये हलके हलके
हो कभी घनघोर बारिशइंद्रधनुषी पंख फैलाये
वन में नाचे मोर बारिश
भीगना चाहे कोई अगर तो
भेज दूं उसकी ओर बारिशWe just cant ignore barish
Let's have some more barish.