रेप- 1

385 8 2
                                    

नारी का शोषण होता है हर स्तर पर
चाहे वो बस्तर हो, या हो बिस्तर पर

चीरहरण होता है द्रौपदी का सदा ही
चाहे वो बाहर हो, या  हो घर   पर

एक कविताजहाँ कहानियाँ रहती हैं। अभी खोजें