पागल

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वो पागल सा दिखता है,
वो पागलों पर लिखता है,
बहुत कुछ सिखाता हम को,
कुछ हमसे भी सीखता है।

वो पीता है शराब भी,
वो पढता है किताब भी,
लोग पढ़ें कभी उसको भी,
कुछ ऐसे हैं उसके ख्वाब भी।

रहता है वो शांत शांत,
हर शब्द उसका पर चीखता है,
वो पागल सा दिखता है
वो पागलों पर लिखता है।

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