मेरी दो बीवियाँ हैं,
एक ज़िन्दगी और एक मौत....दोनों दूर दूर हैं रहती,
क्यों कि हैं एक दूजे की सौत ...मैं ज़िंदगी से प्यार करता हूँ
कहीं वो मुझसे रूठ न जाये
इसीलिए मौत को गले लगाने से डरता हूँमौत मुझसे प्यार करती है
कब दूंगा जिन्दगी को तलाक
इसका वो इंतज़ार करती है।