Hello, my dear friends,
I know I kept you waiting for so long & I regret that. But now I am back with another exclusive update of your favourite "Asambhav" si Prem kahani. And I hope you are ready for this exciting journey of the ghostly world. So let's get started without any delay...
Enjoy the journey... ☺️💖कहानी अब तक: शुरुआत में चाहे मुझे इस नॉवेल की कहानी उबाव लगी हो। मगर पढ़ते-पढ़ते अब मुझे कहानी में इंटरेस्ट आने लगा था। और मैं उस कहानी की गहराई में डूबती जा रही थी। क़रीब आधे घंटे बाद पढ़ते हुए मुझे अचानक आभास हुआ कि कमरे के दरवाज़े पर कोई है। और मैं बिस्तर से उतरकर दरवाज़े के पास गई।
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अब आगे।
पता नहीं क्यूं पर उस वक्त मुझे थोड़ा डर लग रहा था, मेरे हाथ कांप रहे थे। अगर वहां चंद्र ना होकर कोई और हुआ तो मैं क्या करूंगी... और इस खौफ को दिल में दबाएं मैंने दरवाज़ा खोलने की हिम्मत की।
"थैंक गॉड कि ये तुम हो।" अपने सामने चंद्र को पाते ही, "तुम कहां रहे गए थे..." मैंने राहत की सांस भरी।
"माफ़ करना।" चंद्र थोड़ा परेशान लग रहा था। "मगर तुम अब तक सोई नहीं?!"
शायद चंद्र मुझे लेकर कुछ ज़्यादा ही फिक्र कर रहा है।
चंद्र के अंदर आते ही मैंने दरवाज़ा बंद कर लिया।
"हां, वो मैं बस सोने ही वाली थी। पर तुम यहां नहीं थे तो मुझे तुम्हारी फिक्र हो रही थी..." मेरी बात सुनते ही चंद्र की हैरत भरी नजरें मुझ पर उठ गई --
"मेरी फिक्र! अब मुझे और क्या हो सकता है..." उसने बेपरवाह होकर कहते ही अपनी नज़रे फेर ली। वो आगे बढ़ गया।
पता नहीं आज तुम्हें क्या हुआ है?! अभी कुछ देर पहले तो तुम इतने खुश थे। अब अचानक ऐसे सीरियस क्यों हो गए?! न जाने मैं तुम्हें पूरी तरह कब समझ पाऊंगी...
"आई एम सॉरी!" चंद्र के सर झुकाकर कहते ही, "तुम इतनी देर क्या कर रही थी?" मैं भी उसके पीछे अपने बिस्तर तक चली आई।
"दरअसल, मैं नॉवेल पढ़ रही थी। क्या तुम्हें बुक्स पसंद है?" बिस्तर पर बैठते ही मैंने चंद्र को वो नॉवेल दिखाई।
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Asmbhav - The Mystery of Unknown Love (1St Edition) #YourStoryIndia
Paranormal#1 in Paranormal #1 in Ghost #1 in Indian Author #1 in Thriller #WattpadIndiaAwards2019 #RisingStarAward 2017 ये कहानी 'प्यार की ये एक कहानी' से प्रेरित ज़रूर है, लेकिन ये उससे बिल्कुल अलग है। कहते हैं कि सच्चा प्यार इंसानी शरीर से नहीं बल्कि रूह...