आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष श्रृंखला के तहत भारत की रक्षा क्षेत्र में उपलब्धि।
नौसेना डिजाइन निदेशालय द्वारा डिजाइन किया गया और जहाजरानी मंत्रालय के अधीन (सी एस एल) द्वारा निर्मित स्वदेशी विमान वाहक पोत *विक्रांत* 28 जुलाई 2022 को नौसेना को सौंप दिया गया।
इस बेड़े को 15 अगस्त 2022 को नौसेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। 1971 के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले पूर्व *विक्रांत* का ही नाम इस पोत को दिया गया है।
भारत डिजाइन व निर्माण के क्षेत्र में अब अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और इटली! इन देशों में शामिल हो गया है।
विक्रांत की खूबियां और बनावट------
20000 करोड़ लागत, 21000 स्टील अंदर भरा, 262 मीटर लंबाई, 62 मीटर चौड़ाई, 30 मीटर गहराई, 23 सौ अपार्टमेंट, 14 डेस्क, 1700 कर्मियों के ठहरने का स्थान, 28 समुद्री मील प्रति घंटा की गति तथा एक बार के ईंधन में दो बार भारतीय समुद्री तट के चक्कर लगाने वाले इस पोत में 30 विमान और हेलीकॉप्टर (एएलएच) हल्के लड़ाकू विमानों के अलावा, लड़ाकू जेट मिग - 29, कामोव - 31, मल्टीरोल हेलीकॉप्टर mh-60 आर, से युक्त एक एयर विंग का संचालन करने में यह पोत *विक्रांत* सक्षम है।
विमान वाहक पोत *विक्रांत* ने जुलाई 2022 के प्रथम सप्ताह में समुद्री परीक्षण के चौथे व अंतिम चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है।-----धर्मे
विमान वाहक *विक्रांत* की फोटो पर है।