दो दिवसीय बैठक में समिति का फैसला

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आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत श्री राम जन्मभूमि समिति की दो दिवसीय बैठक में फैसला लिया गया।
श्री राम जन्म भूमि ट्रस्ट के सभी सदस्यों के बीच पहली बैठक में श्री चंपत राय जी ने प्रस्ताव रखा कि यहां पर मुख्य प्रतिमाएं गणेश जी, शबरी माता, सीता जी, रामचंद्र जी चारों भाई तथा हनुमान आदि की भी मूर्तियां स्थापित होनी चाहिए।
रामलला का विग्रह रूप तो स्थिर रहना चाहिए तथा अन्य मूर्तियों को पूजा - अर्चना या उत्सव के समय उन्हें बाहर लाया जा सके, वे मूर्तियां अस्थिर रहनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि सरयू के जल से रिसाव के बचाव के लिए प्लिंथ तथा सुरक्षा वाल का कार्य चल रहा है, जो बरसात आने से पहले पूरा हो जाएगा।
दूसरे दिन की बैठक में 19 अप्रैल 2022 मंगलवार को बताया गया कि--- *राम जन्मभूमि ट्रस्ट तीर्थ* क्षेत्र और कार्यदाई संस्था l&t के विशेषज्ञ पूरी तेजी से मंदिर निर्माण में संलग्न हैं।
अनुमान है कि दिसंबर 2023 से 4 माह पहले अगस्त 2023 तक राम मंदिर के भूतल और गर्भ ग्रह निर्मित हो जाएंगे। इसके बाद कभी भी शुभ मुहूर्त में रामलला की प्रतिमा की स्थापना की जा सकेगी।
बैठक में बताया कि प्रस्तावित मंदिर 360 फीट लंबा 235 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। इसके तीन तल हैं, और 366 स्तंभ होंगे।----
निर्माणाधीन राम जन्मभूमि मंदिर की फोटो ऊपर है।----धर्मे

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