मरावी गढ़ा साम्राज्य के गोंडवाना के पहले राजा निजाम शाह-- निजाम शाह के पुत्र सुमेर शाह-- सुमेर शाह के पुत्र शंकर शाह और शंकर शाह के पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह थे।
मध्यप्रदेश के जबलपुर के मांडला के गोंड वंश के राजा शंकर शाह ने अपनी मांतृ भूमि को अंग्रेजों से स्वतंत्र कराने के लिए १८५७ में युद्ध का आवाहन किया था। पुत्र कुंवार रघुनाथ शाह ने अपने पिता का पूरा- पूरा सहयोग किया।
जबलपुर की अंग्रेजों की 92 वीं बटालियन का कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल क्लार्क जनता व छोटे राजाओं पर अत्याचार करता था। क्लार्क को जब शंकर शाह की युद्ध करने की योजना का पता चला तो उसने अपने गुप्तचरों को साधु वेश में राजा शंकर शाह के पास भेज दिया। राजा ने साधु समझकर उनका पूरा स्वागत किया और उनसे स्वतंत्रता के लिए लड़ने का आग्रह किया, और उन्होंने अपनी युद्ध की पूरी योजना उनको बता दी।
अंग्रेजों ने धोखे से उन दोनों पिता-पुत्र को पकड़ कर भवन डीहा में तोप के मुंह से बांधकर 18 सितंबर 1858 को उड़ा दिया था।
मध्य प्रदेश शासन ने 2022 में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम बदलकर शंकर शाह विश्वविद्यालय रख दिया है।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर 18 सितंबर 2022 को मध्यप्रदेश में उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें सहृदय नमन किया गया।----
दोनों पिता-पुत्र की फोटो ऊपर है-----धर्मे