सच्ची बात बोलने वाला और सही राह पर चलने वाला इंसान हमेशा दुनिया को कड़वा ही लगता है जब अपनों में अपनापन ही ना हो तो किस काम के अपने हैं वे तो बस बंद आंखों के सपने हैं यह मायने नहीं रखता कि आप कितने अच्छे हो अगर आप गलत जगह पर हो तो आप बिल्कुल बेकार हो कुछ दुश्मन दोस्त जैसे दिखते हैं ऐसे लोगों से साधान रहे और सतर्क रहे कुछ अलग करना है तो भीड़ से हटकर चलना पड़ेगा गरीब लोग भूख से मरते हैं और अमीर लोग शौक से मरते हैं अगर अंधे आदमी को दिखने लग जाए तो वह सबसे पहले अपनी छड़ी को फेंकता है जिसने हमेशा उसका साथ दिया है लोग आवाज देंगे मगर वहीं बैठना जहां बैठकर अपनेपन का एहसास हो यदि आप सही है तो कुछ लोग आपसे नफरत करेंगे क्योंकि सभी लोग सच सह नहीं पाते कर्मों से ही पहचान होती है इंसानों की महंगे कपड़े तो पुतले भी पहनते हैं दुकानों में रेगिस्तान भी हरे हो जाते हैं जब अपने साथ अपने खड़े हो जाते हैं अगर मतलबी लोगों को खो देना एक हार है तो मुझे ऐसी हार स्वीकार है नाम और पहचान चाहे छोटी हो पर अपने दम पर होनी चाहिए रोजाना कसरत करिए क्योंकि लोग साथ दे या ना दे लेकिन आपका शरीर मरते दम तक आपका साथ देगा
जहां चोट लगने पर पुराने जमाने में लोग हल्दी चूना
लगाते थे वहीं आज के जमाने में लोग स्टेटस
लगाते हैं आर्थिक स्थिति चाहे कुछ भी हो
खुश रहने के लिए मानसिक स्थिति का मजबूत
होना बहुत जरूरी है कुछ बदलाव कष्टदायक
होते हैं लेकिन बहुत आवश्यक होते हैं बहुत
खूबसूरत होता है जिंदगी में किसी ऐसे
इंसान का होना जो तुम्हारे सिवा तुम्हारे
साथ के अलावा और कुछ भी ना चाहता हो
ख्वाहिश तो ना थी किसी से दिल लगाने की पर
किस्मत में जब दर्द लिखा हो तो मोहब्बत
कैसे ना होती आप बस खुद की नजर में अच्छे
रहो दुनिया की नजर में तो भगवान भी गलत है
जो आपको सम्मान दे उसी को सम्मान दीजिए
![](https://img.wattpad.com/cover/320135451-288-k915557.jpg)
आप पढ़ रहे हैं
विश्व दर्शन
Science Fictionइस पुस्तक का उद्देश्य केवल लोगों में ज्ञान का प्रकाश फैलाना है मनुष्य को अंधकार से निकालकर उन्हें प्रकाश की ओर ले जाना है तथा इस भूल भुलैया की जीन्दगी से लिपटे इंसान को जीवन का मूल्य समझाना है।