कोई किसी का नहीं होता

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इतना भी खामोश मत रहो की तुम्हारी खामोशी

तुम्हारी बुजदिल बन जाए माना की किसी से

ज्यादा नाराज नहीं रहना चाहिए लेकिन जब

सामने वाले को हमारी जरूर ही नहीं तो

जबरदस्ती के रिश्ते रखना से कोई मतलब नहीं

कम खाने में तो बहुत कम लगता है लेकिन

सहने में बहुत दम लगता है जबरदस्ती किसी

की जिंदगी का हिस्सा बने से अच्छा है या

खुद को संभालो और उसकी जिंदगी से अलग हो

जो हमारे कड़वे अल्फाज लोगों को बहुत

जल्दी चुभ जाते हैं लेकिन हमारा साफ दिल

किसी को दिखाई नहीं देता तारीफ करने वाले

बेशक आपको पहचानते होंगे लेकिन फिक्र करने

वालों को तो आपको ही पहचान ना होगा जिंदगी

में दुख सुख के उतार चढ़ा के बावजूद भी जो

आपका साथ ना छोड़ें उसे व्यक्ति की आप

हमेशा कादर करना आखिर उसने मुझे शिखा ही

दिया की किसी को हद से ज्यादा चाहना भी

बुरी बात होती है जब वक्त साथ देता है तो

बांदा हर किसी को मार देता है भरोसा खुद

रखो तो ताकत बन जाति है और दूसरों पर रखो

कमजोरी बन जाति है अब मुझे भी जरूर पढ़ने

लगी है चश्मा की क्योंकि लोगों के धोखे अब

ठीक से नजर नहीं आते एक साल में 50 दोस्त

बनाना बहुत छोटी बात है लेकिन 50 साल तक

एक से ही दोस्ती निभाना बहुत बड़ी बात

होती है गम ये नहीं की वक्त ने साथ नहीं

दिया गम यह है की जीस पर सबसे ज्यादा भरोसा

था उसने भी वक्त पे साथ छोड़ दिया बड़ा

तो सबको लगता है लेकिन कुछ लोग दर्द

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