आज हम तीन सवालों पर चर्चा करेंगे पहला
सवाल है लोग स्वार्थी क्यों होते हैं और
दूसरा सवाल है आज के समय में स्वार्थी
होना अच्छा है या खराब है तीसरा सवाल है
स्वार्थी इंसान के साथ कैसे चलना चाहिए
पहले दो सवालों का मैं आपको एक ही जवाब
देना चाहूंगा लोग स्वार्थी क्यों होते हैं
और आज के समय में स्वार्थी होना अच्छा है
या खराब है सबसे पहली बात हम स्वार्थ का
मतलब समझें स्वार्थ का मतलब यह होता है कि
खुद का कुछ उसमें अर्थ छुपा हो मतलब खुद
के लिए कुछ फायदा हो जिससे हमें खुद के
लिए कुछ खुशी प्राप्त हो सुख प्राप्त हो
तीन तरह के लोग होते हैं एक वो लोग होते
हैं जो चाहते हैं कि हम खुश रहेंगे हमें
खुशी में
है और हमारे आसपास के लोग वह भी खुश रहे
दूसरे लोग ऐसे होते हैं जो चाहते हैं कि
हम खुश रहें पर जो हमारे आस पास के लोग
हैं वह खुश रहे या दुखी रहे उन्हें उससे
कोई फर्क नहीं पड़ता है उनके लिए बस यह
मायने रखता है कि हम खुश रहें
और तीसरे वह
लोग होते हैं जो चाहते हैं कि हमें कैसे
भी करके सुख मिले अपने लिए ख़ुशी मिले
चाहे दूसरे को उसके लिए दुखी करना पड़े
चाहे दूसरे को उसके लिए रुला ना पड़े दर्द
देना पड़े लेकिन कैसे भी करके हमें खुशी
मिलनी चाहिए हमें सुख मिलना चाहिए भले
दूसरे का नुकसान हो जाए उसमें जो पहले
नंबर के लोग हैं जो चाहते हैं कि हम खुश
रहें और हमारे आसपास की सारी दुनिया खुश
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विश्व दर्शन
Ciencia Ficciónइस पुस्तक का उद्देश्य केवल लोगों में ज्ञान का प्रकाश फैलाना है मनुष्य को अंधकार से निकालकर उन्हें प्रकाश की ओर ले जाना है तथा इस भूल भुलैया की जीन्दगी से लिपटे इंसान को जीवन का मूल्य समझाना है।