दिल से दूर हो तो चलता पर मन से दूर नहीं होना चाहिए

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दिल टूटता है, भरोसा टूटता है जब वो इंसान आपको छोड़ कर चला जाता है जिसके लिए आप पूरी दुनिया छोड़ने को तैयार हो जाते हो। किसी ने मुझसे पूछा कि अगर आपका कोई अपना आपको छोड़ कर चला जाए तो क्या करना चाहिए। आपके सवाल पर मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहूंगी। जो आपका अपना है वो आपको कैसे छोड़ सकता है और जो आपको छोड़ कर चला गया वो आपका अपना कैसे हो सकता है? बात ये है कि आपने उसे अपना जरूर माना और उसने आपको कभी दिल से अपना नहीं माना क्योंकि अगर आप उसके अपने होते तो वो आपसे कभी दूर नहीं जाता। जैसे राधा और कृष्ण एक दूसरे को दिल से अपना मानते थे। हालांकि उनके बीच काफी दूरियां थी और वो हमेशा दिल से एक दूसरे से जुड़े रहे। वो शारीरिक रूप से एक दूसरे से दूर थे लेकिन आत्मा से एक थे। इसीलिए वो मिल नहीं पाए लेकिन कभी दूर नहीं हो पाए। वो कभी अलग नहीं हुए। कृष्ण की शादी रुक्मणी से हुई और उनका नाम हमेशा राधा ही है। जो आपको अपना मानता है वो आपको कभी नहीं छोड़ेगा और जो आपको छोड़ सकता है, जिसने आपको छोड़ा उसने आपको कभी अपना नहीं माना। ये बात आप जितनी जल्दी समझ जाओगे उतनी जल्दी इन सब चीजों से बाहर आ जाओगे। एक व्यक्ति ने पूछा है सर मैं आपके बताए गए सभी विषय पढ़ाता हूं।  मुझे इससे बहुत फ़ायदा हुआ है। मैं किसी को छोड़कर अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ गया हूँ, लेकिन एक चीज़ नहीं जाती। जब भी मैं सोकर उठता हूँ, तो मुझे हमेशा उसकी याद आती है। यह समस्या दूर नहीं हो रही है। मुझे क्या करना चाहिए?

इस मसले के लिए मैं आपसे सिर्फ एक बात कहना चाहूँगा। इंसान का दिमाग ऐसा होता है कि उसे किसी भी आदत की लत बहुत जल्दी लग जाती है, लेकिन उसे छोड़ने में वक्त लगता है। जब हमारा दिमाग, हमारी इंद्रियाँ और हमारी भावनाएँ किसी चीज की आदी हो जाती हैं, तो इसमें वक्त लगता है। अगर आपका रिश्ता कुछ समय पहले टूटा है, तो आपको इससे उबरने में थोड़ा वक्त लगेगा। रिश्ता टूटने के बाद किसी की याद आना आम बात है, लेकिन आपको इसमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए। यह बस कुछ दिनों की बात है। अगर आप कुछ दिन इस दर्द को झेल लेते हैं, तो यकीन मानिए आपका आने वाला भविष्य बेहतर है। आगे आपकी जिंदगी बहुत अच्छी होने वाली है। इसलिए बिल्कुल भी चिंता न करें। यह बस कुछ दिनों की बात है, फिर सब ठीक हो जाएगा। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि मैं पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण हमेशा दुखी रहता हूँ। मैं हमेशा इस समस्या से बाहर निकलने का रास्ता खोजता रहता हूँ, लेकिन मैं अपनी समस्या से बाहर नहीं आ पा रहा हूँ। कृपया मुझे इस समस्या से छुटकारा पाने का कोई उपाय बताएँ।  इस समस्या से निकलने के लिए सबसे पहले मैं आपको यह बताना चाहूँगा कि सुख और दुःख जीवन का वह हिस्सा है जिसके बिना व्यक्ति का कोई अस्तित्व नहीं है। जो लोग मानसिक रूप से कमजोर होते हैं उन्हें छोटी सी समस्या भी बहुत बड़ी लगती है। जो लोग भावनात्मक रूप से मजबूत होते हैं वे किसी भी परिस्थिति से बाहर निकल सकते हैं और वे बाहरी परिस्थितियों से अनजान हुए बिना दुखी नहीं रहते। आज मैं आपको जीवन की सच्चाई बताना चाहता हूँ कि आज आप जिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, वे परिस्थितियाँ हर इंसान को झेलनी पड़ती हैं। यह केवल आप पर निर्भर करता है कि आप इसका समाधान करना चाहते हैं या इसे देखकर परेशान हो जाते हैं। सवाल कोई भी हो, उसका समाधान कहीं न कहीं जरूर मिलता है और हमें इसका जवाब खोजने की कोशिश करनी होती है। बिना प्रयास किए कोई भी चीज हल नहीं हो सकती। कहते हैं कि मुसीबत हर किसी को आती है। कोई टूट जाता है, कोई संघर्ष करके चमकता है। अब आपको चुनना है कि आप मेहनत करके चमकना चाहते हैं या इसमें उलझ कर टूट जाना चाहते हैं।

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