बहुत सारे लोगों ने अपने सवाल भेजे
हैं उनमें से कई सवाल मिलते-जुलते हैं तो
उन सवालों में से चार सवालों पर हम चर्चा
करेंगे पहला प्रश्न है प्यार में दर्द
क्यू मिलता है दूसरा प्रश्न है प्यार में
शक होता है तीसरा प्रश्न है विशेषज्ञों
टूट जाते हैं और चौथा प्रश्न है प्यार
करना चाहिए या नहीं करना चाहिए पहला
प्रश्न है प्यार में दर्द क्यू मिलता है
वास्तविकता में दर्द प्यार में नहीं मिलता
है दर्द मिलता है किसी के एडिक्शन में
किसी की आदत लग जाने पर दर्द मिलता है और
किसी का इंतजार करने पर दर्द मिलता है और
एक दूसरे को ना समझने पर प्यार में दर्द
मिलता है जब दोनो एक दूसरे को समझते नहीं
है
ऐसे में प्यार में तट मिलता है जो कि जहां
दो लोग एक पुस्तक को समझते नहीं है वह
प्रॉब्लम शुरू हो जाती हैं वहां झगड़े
शुरू हो जाते हैं और जहां पर किसी इंसान
की आपको लग जाती है आदत लग जाती है और वह
इंसान आपके लिए अवेलेबल नहीं होता है आपको
टाइम नहीं दे पाता है आप दो लोग जब एक
गुस्से के साथ अच्छा टाइम स्पेंड नहीं कर
पाते क्वालिटी टाइम स्पेन नहीं कर पाते तो
ऐसे रिश्ते दर्द देना शुरु कर देते हैं एक
बात और जहां पर किसी रिश्ते में एक तरफ से
प्यार हो और दूसरी तरफ से धोखा हो सच्चाई
ना हो तो ऐसे रिश्ते में भी बहुत दर्द
मिलता है पर वास्तविकता यह है कि दर्द
प्यार में नहीं मिलता दर्द हमारी गलतियों
और हमारी कमियों की वजह से मिलता है हम
रिश्तो को सही से नहीं निभाते हैं इसीलिए
दर्द मिलता है अगर दो लोग एक दूसरे के साथ
कि सच्चाई से इमानदारी से दिल से रिश्ता
निभाया समझ के साथ किसी लिस्ट को निभाए तो
उस रिश्ते में दर्द कभी नहीं मिल सकता
दूसरा प्रश्न है प्यार में शक होता है एक
बात सच हूं आपसे प्यार तो किसी से बिना
किसी शर्त के भी हो जाता है बिना किसी बात
की भी हो जाता है लेकिन विश्वास वह आप उस
जुटना पड़ता है चाहे आपका किसी और पर
विश्वास करना हो चाहे किसी और को आप पर
विश्वास दिलाना हो विश्वास जीतना पड़ता है
और अगर किसी रिश्ते में बार-बार शक हो रहा
है तो सामने वाले की तरफ से कुछ न कुछ कमी
जरूर है तभी आपके मन में शक हो रहा है
बिना कारण कोई किसी पर क्यों शक करेगा हां
माना कुछ लोगों की आदत होती है वह बहुत
ज्यादा सोचते हैं शक करते हैं पर कोई अगर
आपसे प्यार करता है तो वह आपको जरूर
समझेगा और अगर आप किसी से प्यार करते हैं
तो आंसर
को समझेंगे लेकिन कुछ गलत हो रहा है कोई
ऐसी चीज कोई ऐसी बात जो आपके बार-बार मना
करने के बाद भी लगातार हो रही है तो ऐसे
रिश्ते में शंख जरूर होता है इसीलिए जितना
हो सके आप वह बातें अपने रिश्तो में करीना
जिसमें एक दूसरे के लिए आपको शक पैदा हो
तीसरा प्रश्न है रिश्ते क्यों टूट जाते
हैं वास्तविकता में वही रिश्ते टूटते हैं
जिनकी नीम मजबूत ना हो और रिश्ते की
न्यूज़ बताएं क्या होती है एक गुस्से के
लिए समर्पण एक दूसरे के लिए विश्वास एक
दूसरे की कदर करना एक दूसरे की इज्जत करना
एक दूसरे के साथ सच्चा बनके रहना जिस
सिस्टम है यह बातें नहीं होती ना जिस
रिश्ते की यह नीम मजबूत नहीं होती ना वह
रिश्ता आज नहीं तो कल टूट ही जाता है
वास्तविकता में अधिकतर वहीं रिश्ते टूटते
हैं जो कभी ठीक से जुड़े ही नहीं होते
और सच कहूं एक बात अगर कोई रिश्ता दिल से
जुड़ा है रूप से जुड़ा है वह रिश्ता कभी
नहीं भूल सकता और अगर कोई रिश्ता मतलब से
जुड़ा है इसी कारण से जुड़ा है या सिर्फ
आकर्षण की वजह से जुड़ा है वो रिश्ता आज
नहीं तो कल टूट जाता है चौथा प्रश्न है
प्यार करना चाहिए या नहीं सच्चाई तो यह
आपके हाथ में ही नहीं है प्यार ऐसी चीज है
जो रोके नहीं रुकती और आप करने की चाहे
जितनी कोशिश कर लो नहीं होनी होगी तो नहीं
होगी यह आपके बस में ही नहीं है जैसे कोई
इंसान यह पूछें कि बचपन से जवान होना
चाहिए या नहीं जवान से जुड़ा होना चाहिए
या नहीं वह अपने आप होता है ऐसे ही प्रेम
भी है प्यार भी है उसे आप करते नहीं है वह
जाता है लेकिन जैसे मैं हमेशा से कहता हूं
कि प्यार अगर सही इंसान से हो जाए ना
कि आपकी जिंदगी को खूबसूरत बना देता है और
प्यार अगर गलत इंसान से हो जाए तो आपकी
जिंदगी को नर्क बना देता है सारा खेल इस
पर निर्भर करता है कि आपको अपने लिए सही
जीवनसाथी चुनने की समझ है या नहीं आपको
सही या गलत की परख है या नहीं अगर आप आगे
चलकर यह कहते हैं कि मैंने उससे क्या समझा
और वह क्या निकला इसका मतलब आपको सही
जीवनसाथी चुनने की समझ नहीं है सबसे पहले
तो आप अपनी समझ को बढ़ाइए खुद को इतना
समझदार बनाइए कि आपको चीजें साफ बच सकें
लोगों की सच्चाई और झूठ का आप पहले से
अंदाजा लगा सकें मैं फिर यही कहूंगा कि
प्यार गलत नहीं होता है लोग गलत मिल जाते
हैं और प्यार होना ना होना हमारे बस की
बात नहीं है जब हो जाता है तो पता नहीं
चलता है और नहीं होना हो आप लाख कोशिश कर
लो आपको कभी प्यार
काया और भी बहुत सारे लोगों ने अपने
प्रश्न पूछे हैं लेकिन हम इसी तरह आगे भी
चर्चा करते रहेंगे आगे भी बात करते रहेंगे
और ऐसे ही सवालों और जवाबों का सिलसिला
चलता रहेगा तो
हुआ है
आप पढ़ रहे हैं
विश्व दर्शन
Ciencia Ficciónइस पुस्तक का उद्देश्य केवल लोगों में ज्ञान का प्रकाश फैलाना है मनुष्य को अंधकार से निकालकर उन्हें प्रकाश की ओर ले जाना है तथा इस भूल भुलैया की जीन्दगी से लिपटे इंसान को जीवन का मूल्य समझाना है।