सबसे ज्यादा दुखी उन्हीं लोगों को
देखा जाता है जो अपनी जिंदगी से पुरानी
यादों को भुला नहीं पाते हैं बार-बार तरह
के उन्हीं हाथों में अमन चला जाता है
है जितना भूलने की कोशिश करते हैं उतना ही
ज्यादा पुरानी बातें याद आती हैं कई लोग
पूछते हैं कि कैसे बुलाएं उन यादों को उन
यादों के कारण आज भी ऐसे लोगों का मन दुखी
रहता है सबसे पहले इन बातों को समझते हैं
कि ऐसा क्यों होता है दो तरह के लोगों को
मन बार-बार याद करता है एक तो वह जिनसे
आपके मन का बहुत ज्यादा प्रेम हो जाए और
दूसरे वह जिन्होंने आपको बहुत दुख दिया हो
जब किसी इंसान से हम इतना ज्यादा प्रेम
करते हैं कि बाकी जितने भी लोग हैं हमारी
जिंदगी में उन सबका मॉल उसके अधिक कम हो
जाता है तो ऐसा रिश्ता निश्चित ही दुख का
कारण बनता है कोई भी चीज हद से ज्यादा
अच्छी नहीं होती हद या लिमिट जिंदगी में
एक स्पीड की तरह होती है जैसे किसी भी कलर
की स्पीड इसी गाड़ी की स्पीड बहुत ज्यादा
बढ़ जाए तो उसकी दुर्घटना की संभावनाएं
बहुत बढ़ जाती है
है ऐसे ही यदि जिंदगी में किसी से बहुत
ज्यादा मन का जुड़ाव हो जाता है तो वह
निश्चित ही दुख का कारण भी बनता है कितनी
भी अच्छी चीज खाने की खून हो कितनी भी
हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छी क्यों रहे
हों पर यदि उसे एक लिमिट से ज्यादा खाएंगे
तो वह फायदा करने वाली चीज भी नुकसान कर
जाएगी
प्रेम में भी हम इसीलिए दुख पाते
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विश्व दर्शन
Science Fictionइस पुस्तक का उद्देश्य केवल लोगों में ज्ञान का प्रकाश फैलाना है मनुष्य को अंधकार से निकालकर उन्हें प्रकाश की ओर ले जाना है तथा इस भूल भुलैया की जीन्दगी से लिपटे इंसान को जीवन का मूल्य समझाना है।