• आजकल के टाइम में,
आदमी की इज्जत,
उसकी कमाई से होती हैं.
जेब खाली हो,
तो ये दुनिया हाल भी नहीं पूछती हैं..
इसीलिए तो पैसों के पीछे,
जिंदगी बिता देते हैं लोग..
क्योंकि जेब भारी हो ना,
तो दुनिया बड़े अदब से मिलती है..ये वक़्त भी कैसा अजीब सौदागर है जनाब, जवानी का लालच देकर बचपन छीन लेता है, दौलत का लालच देकर जवानी छीन लेता है।
इस जगत को जीतने के लिए अपनी कमियों और विकारों पर विजय पाना बहुत आवश्यक है
छोटी-छोटी चीजें ही जीने का सहारा बनती है, ख्वाहिशों का क्या है, वो तो हर पल बदलती रहती हैं।
जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है कि तुम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लो। फिर जीत हमेशा तुम्हारी होगी, इसे तुमसे कोई नहीं छीन सकता ।
मनुष्य का पुरुषार्थी होना और आलस्य रहित होना योग्य है ।
जिसका मुखमंडल प्रसन्नता से परिपूर्ण रहता हो। जिसका हृदय दया से पूर्ण और वाणी अमृत के सदृश मधुर हो तथा जिसके कार्य सदैव परोपकार के लिए हों, भला ऐसा व्यक्ति किसके लिए वंदनीय नहीं होता ?
कायर ना बनें, शक्तिशाली बनें और विश्वास रखें कि ईश्वर आपके साथ है ।
उतना ही कहो जितना तुम स्वयं के अनुभव से जानते हो उस से ही कहो जिसने तुमसे पूछा है और उतना ही कहो जितना तुमसे पूछा हो
तुम्हें तुम्हारे गुस्से के लिए दण्ड नहीं दिया जाएगा। तुम्हें तुम्हारे गुस्से द्वारा दण्ड दिया जाएगा।
बेहतर से बेहतरीन होने के लिए अपनी कमी पर काम करना बेहद जरूरी है
जीवन की परेशानियों से भागना परेशानियों का हल नहीं और जीवन की परेशानियां न सुलझे ऐसा कोई कल नहीं
धोखे से कमाए हुए पैसे को पुण्य के काम में लगाओगे तो पुण्य उसे ही मिलेगा जिसे तुमने धोखा दिया है
बुरा वक्त हमारी छिपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए आता है
बुद्धिमान वो नहीं होता जो केवल बोलना जानता है असली बुद्धिमान तो वो है जिसे पता है कहाँ चुप रहना है
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विश्व दर्शन
Fiksi Ilmiahइस पुस्तक का उद्देश्य केवल लोगों में ज्ञान का प्रकाश फैलाना है मनुष्य को अंधकार से निकालकर उन्हें प्रकाश की ओर ले जाना है तथा इस भूल भुलैया की जीन्दगी से लिपटे इंसान को जीवन का मूल्य समझाना है।