वो गम देकर कहते है यूं अश्क बहाया ना करो,
वो खुशी देकर कहते है यूं मुस्कुराया ना करो,वो जलाकर कहते है यूं नज़रों को तपाया ना करो,
वो सुकून की ठंडी बाहों में यूं खो जाया ना करो,वो गम देकर कहते है की यूं अश्क बहाया ना करो,
वो गम देकर कहते हैं कि यूं अश्क अखियों के प्याले से बहाया ना करो ।
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सिला-ए-दिलगि
Poetryलोग दिल से दिल लगा लेते है , सिला-ए-दिलागी में कई ज़ख्म दिल में पा लेते है, उसी दिलागी के कुछ पैगाम सुनो, मैने जो देखा उसका आंखों देखा सियाहीदा अंजाम सुनो, ये इश्कनाशी दिलगि का बेवफाई भरा अंजाम सुनो। so, namaste and hello I know I should translate t...