वो गम देकर

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वो गम देकर कहते है यूं अश्क बहाया ना करो,
वो खुशी देकर कहते है यूं मुस्कुराया ना करो,

वो जलाकर कहते है यूं नज़रों को तपाया ना करो,
वो सुकून की ठंडी बाहों में यूं खो जाया ना करो,

वो गम देकर कहते है की यूं अश्क बहाया ना करो,
वो गम देकर कहते हैं कि यूं अश्क अखियों के प्याले से बहाया ना करो ।

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