हमने वफ़ा के बदले वफ़ा मांगी क्या वफ़ा मांगना भी गुनाह था,
हमने मोहोब्बत के बदले मोहोब्बत चाही क्या ये चाहना भी गुनाह था,
हमने अपनी खुशी के बदले तेरी मुस्कुराहट मांगी क्या रोज़ तेरी हसी मांगना भी गुनाह था,
हमने खुद को भुला के तुझ से मिलन की आस बांधी बता क्या ये आस रखना भी गुनाह था,
हमने बस तुझे ही मांगा तुझे ही चाहा बता क्या ये करना भी गुनाह था,
बता आखिर मेरा क्या गुनाह था?
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सिला-ए-दिलगि
Poesíaलोग दिल से दिल लगा लेते है , सिला-ए-दिलागी में कई ज़ख्म दिल में पा लेते है, उसी दिलागी के कुछ पैगाम सुनो, मैने जो देखा उसका आंखों देखा सियाहीदा अंजाम सुनो, ये इश्कनाशी दिलगि का बेवफाई भरा अंजाम सुनो। so, namaste and hello I know I should translate t...